बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (फाइल फोटो)
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के देश की आजादी के योगदान में सवाल खड़ा करके बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर विवादों में हैं। ऐसा लगता है कि विवादों में रहना उनका शगल बन चुका है। इससे पहले भी बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की राष्ट्रभक्ति पर उंगली उठाकर और आमिर खान की फिल्म दंगल को लेकर 'टिप्पणी' करके वे सुर्खियां बटोर चुके हैं।
हरियाणा के हिसार में हाल ही में एक सभा में मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ऐसी बात कह गए जो लोगों को नागवार गुजरी। उन्होंने कहा कि साबरमती के संत (महात्मा गांधी) ने नहीं, क्रांतिकारियों ने देश को आजादी दिलाई है। मप्र के इंदौर शहर में जन्मे विजयवर्गीय ने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों के संघर्ष से आजादी मिली है।
असहिष्णुता के मुद्दे पर शाहरुख-आमिर पर साध चुके हैं निशाना
देश में असहिष्णुता बढ़ने का मु्द्दा जब मीडिया में चर्चा का विषय बना था तो बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान और आमिर खान के भी इस बारे में बयान आए थे। शाहरुख के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विजयवर्गीय शालीनता की तमाम सीमाएं लांघ गए थे। उन्होंने कहा था ' शाहरुख खान भारत में रहते हैं, लेकिन उनकी 'आत्मा' पाकिस्तान में है। उनकी फिल्में यहां करोड़ों कमाती हैं लेकिन वह सोचते हैं कि भारत असहिष्णु है। यह राष्ट्रविरोध नहीं है तो क्या है।' यही नहीं, बीजेपी के इस नेता ने कहा था कि 'किंग खान' के असहिष्णुता वाले बयान से लगता है कि वह पाकिस्तान और भारत विरोधी बलों के साथ सुर मिला रहे हैं।' विजयवर्गीय का एक ट्वीट यह भी था..
चौतरफा आलोचना के बाद बाद बयान वापस लेना पड़ा था
हालांकि इस टिप्पणी के चौतरफा विरोध के बाद 60 वर्षीय विजयवर्गीय को अपने शब्द वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था। उनकी अपनी पार्टी बीजेपी ने भी इस बयान से दूरी बना ली थी। बाद में विजयवर्गीय ने ऐसी सफाई दी जो कई लोगों को 'हजम' नहीं हुई। विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, "अगर भारत में असहनशीलता होती तो अमिताभ के बाद सबसे ज़्यादा लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख न होते। मेरा आशय किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था, मैं ट्वीट वापस लेता हूं।"
अभी एक का इलाज हुआ है, दूसरा बाकी है
शाहरुख के बाद विजयवर्गीय के निशाने पर बॉलीवुड के 'मिस्टर परपेक्शनिस्ट' आमिर खान आए थे। आमिर ने एक कार्यक्रम में असहिष्णुता का जिक्र करते हुए कहा था कि 'वे और उनकी पत्नी इसके चलते एक समय देश छोड़ने पर भी विचार कर रहे थे।' इस बयान के बाद विजयवर्गीय ने आमिर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। आमिर की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'दंगल' का जिक्र करते हुए विजयवर्गीय ने इशारों-इशारों में बहुत कुछ बोल दिया था। गृहनगर इंदौर में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, 'अभी एक का इलाज हुआ है दूसरे का बाकी है। दंगल' का 'मंगल' करना है।' उन्होंने कहा था, 'जब कोई भी यह कहता है कि हमारे समाज में असहिष्णुता बढ़ रही है तो इससे मुझे हल्का गुस्सा आता है।'
मध्यप्रदेश का मंत्री रहते हुए भी दे चुके हैं विवादित बयान
वैसे, मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रहते हुए भी कैलाश विजयवर्गीय विवादित बयान दे चुके हैं। एक बार, देशभर में चर्चा का विषय बने व्यापमं घोटाले को उन्होंने 'छोटा घोटाला' करार दिया था। उन्होंने कहा था, 'मीडिया के लिए यह बड़ी घटना हो सकती है लेकिन हम इसे छोटी-मोटी घटना ही मानते हैं।' निर्भया कांड को लेकर भी वे ऐसी टिप्पणी कर चुके हैं जिसे उचित नहीं माना जा सकता।