मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ.
खास बातें
- दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान
- 11 फरवरी को घोषित होंगे नतीजे
- कमल नाथ कांग्रेस के स्टार प्रचारक
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Elections 2020) को लेकर सभी दल कमर कस चुके हैं. राजधानी की 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 11 फरवरी को नतीजों का ऐलान होगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) नई दिल्ली से नामांकन दाखिल कर चुके हैं. बीजेपी ने उनके खिलाफ सुनील यादव को उतारा है. कांग्रेस की ओर से रोमेश सभरवाल चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस ने बीते बुधवार 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी की. लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शत्रुघ्न सिन्हा, शशि थरूर, अशोक गहलोत, कमल नाथ समेत कई हस्तियों के नाम हैं. कांग्रेस की इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamal Nath) का नाम देख दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष और अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) भड़क उठे. उन्होंने कहा कि वह किसी भी सूरत में कमल नाथ को दिल्ली में प्रचार नहीं करने देंगे.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कमल नाथ ने अगर शहर में रैली की तो उनका कॉलर पकड़कर उन्हें बाहर निकाला जाएगा. उन्हें किसी भी कीमत पर दिल्ली में प्रचार नहीं करने देंगे. उन्होंने कहा, 'हम कांग्रेस पार्टी को चुनौती देते हैं. कमल नाथ को दिल्ली के किसी भी कोने में पब्लिक रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी. हम कांग्रेस को चैलेंज करते हैं कि वो कमल नाथ को रैली के दौरान मंच पर भेजने की कोशिश करके देखें, फिर हम उन्हें कॉलर पकड़कर घसीटेंगे.'
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1984 के सिख दंगों में कमल नाथ पर लगे आरोपों पर मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, 'कांग्रेस सिखों के हत्यारों को प्रमोट कर रही है. काफी मशक्कत करने के बाद बामुश्किल उनके (कमल नाथ) खिलाफ केस खुलवाया गया. कांग्रेस लगातार उन्हें प्रमोट कर रही है. कांग्रेस कभी उन्हें टिकट देकर तो कभी मंत्री बनाकर प्रमोट कर रही है.'
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गौरतलब है कि अकाली दल ने दिल्ली चुनाव में नहीं उतरने का फैसला किया है. पहले सीटों के बंटवारे पर गतिरोध की बात सामने आई थी. हाल ही में मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि CAA के खिलाफ अपने रुख की वजह से उन्होंने दिल्ली चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. फिलहाल इस बात पर असमंजस बना हुआ है कि दिल्ली के सिख बहुल क्षेत्रों में इस बार अकाली दल बीजेपी का समर्थन करेगी कि नहीं. पार्टी 24 जनवरी को होने वाली बैठक में इसका फैसला करेगी.
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