अमरनाथ यात्रा : बस पर आतंकी हमले का ये है मास्टरमाइंड

यह हमला रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ जब यह बस बालटाल से जम्मू लौट रही थी.यह बस गुजरात से आई थी.

अमरनाथ यात्रा : बस पर आतंकी हमले का ये है मास्टरमाइंड

अमरनाथ में बस पर आतंकी हमला हुआ.

खास बातें

  • इस हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए.
  • बस ड्राइवर की सूझबूझ से कई यात्रियों की जान भी बची
  • आतंकी हमले का मास्टरमाइंड लश्कर का कमांडर है
नई दिल्ली:

अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं से भरी एक बस पर अनंतनाग में सोमवार रात आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए. बस के ड्राइवर की सूझबूझ से कई यात्रियों की जान भी बचाई. इसके पूरे मामले में जांच में यह पता चला है कि इस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड लश्कर नेटवर्क का आतंकी अबु इस्माइल था. बताया जा रहा है कि यह दो साल पहले भारतीय सीमा में घुसपैठ कर आ गया था. तब से यहां पर आतंकी गतिविधियों में लिप्त है.

जानकारी के अनुसार यह दक्षिण कश्मीर में सक्रिय है और पाकिस्तानी नागरिक है. यहां पर यह लश्कर का कमांडर है. पुलिस का कहना है कि इस आतंकी हमले को लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकियों ने अंजाम दिया था. जम्मू एवं कश्मीर में सोमवार को अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों पर आतंकवादी हमला करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मोहम्मद अबू इस्माइल की तलाश के लिए अभियान जारी है. इस आतंकी हमले में सात तीर्थयात्री मारे गए थे, और यह दक्षिण कश्मीर में ऑपरेट करने वाले इस 26-वर्षीय आतंकवादी द्वारा किए गए सबसे खतरनाक हमलों में से एक था. दिल्ली में बैठे सूत्रों ने NDTV को बताया है कि पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद अबू इस्माइल लगभग दो साल पहले पाकिस्तान से सीमा पार कर हिन्दुस्तान आया था, और दक्षिणी कश्मीर में वह लश्कर का स्थानीय कमांडर है.
 

abu ismail jk terrorist
(लश्कर आतंकी अबू इस्माइल)

अमरनाथ यात्रा के दौरान लगभग 17 साल के बाद हुए इस हमले की जांच अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को अब तक मिली जानकारी के मुताबिक अबू इस्माइल ने ही हमले का नेतृत्व किया था, जिसमें चार-पांच अन्य आतंकवादी भी शामिल थे.

जम्मू एवं कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने NDTV से कहा कि यह हमला 'भारी चूक' है. उन्होंने कहा, "हमें इस बात की जांच करनी होगी कि उसे (बस को) सूर्यास्त के बाद इजाज़त कैसे दे दी गई..." हमले की जगह पर 100 से भी ज़्यादा खाली कारतूस बरामद हुए हैं, जिनसे ज़ाहिर होता है कि आतंकवादी हमले के लिए पूरी तरह तैयारी से आए थे.
 
यह साफ नहीं है कि कश्मीर घाटी में लश्कर-ए-तैयबा के सबसे बड़े कमांडर अबू दुजाना की इस हमले में कोई भूमिका थी या नहीं, और अगर थी तो क्या. एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू एवं कश्मीर में यह आतंकवादी गुट 'असंगठित ढांचे' के साथ काम करता है, और मुमकिन है कि स्थानीय कमांडर ने अपने इलाके में खुद ही योजना बनाकर हमला कर दिया हो.



पुलिस का कहना है कि आतंकवादियों ने पहले खन्नाबल में सुरक्षाबलों पर हमला किया और बाद में भागते वक्त बटिंगु में बस में सवार यात्रियों को अपना निशाना बनाया. यह हमला रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ जब यह बस बालटाल से जम्मू लौट रही थी.  यह बस गुजरात से आई थी. यह न तो अमरनाथ यात्रा के आधिकारिक जत्थे का हिस्सा थी और न ही अमरनाथ श्राइन में इसका रजिस्ट्रेशन कराया गया था. लौटते वक़्त आतंकियों ने अरवानी में सीआरपीएफ़ कैंप पर भी फायरिंग की.  

एक दिन पहले ही पुलिस ने कश्मीर में लश्कर के नेटवर्क का खुलासा किया था और मुजफ्फरनगर के एक शख्स को गिरफ्तार किया था जो कश्मीर में लश्कर के लिए काम करता था. 

सुरक्षा कड़ी और इंटरनेट सेवा बंद
जम्मू में हुए आतंकी हमलों के बाद उधमपुर समेत देश के कई हिस्सों में सुरक्षा के पुख़्ता बंदोबस्त किए गए हैं. हमले के बाद उधमपुर में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर सुरक्षा काफ़ी बढ़ा दी गई है. इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

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