प्रधानमंत्री और अमित शाह ने विपक्ष से प्रधानमंत्री का चेहरा छीन लिया : शिवसेना

बिहार के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार से गठबंधन करके भाजपा ने पाकिस्तान को खुश कर दिया है.

प्रधानमंत्री और अमित शाह ने विपक्ष से प्रधानमंत्री का चेहरा छीन लिया : शिवसेना

शिवसेना ने कहा कि आज राजनीति में नैतिकता एवं आदर्शों का कोई मतलब नहीं रह गया है

खास बातें

  • यदि नीतीश कुमार की जीत होती है तो पाकिस्तान में जश्न मनाया जाएगा
  • नीतीश ने जब एनडीए छोड़ा, उस वक्त मोदी पर काफी कीचड़ उछाला
  • भाजपा ने मणिपुर और गोवा में बहुमत नहीं होने पर भी सरकारें बना ली
मुंबई:

बिहार के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए  शिवसेना  ने कहा कि ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार से गठबंधन करके भाजपा ने पाकिस्तान को खुश कर दिया है. शिवसेना ने एक संपादकीय में कहा कि आज राजनीति में नैतिकता एवं आदर्शों का कोई मतलब नहीं रह गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष से प्रधानमंत्री का चेहरा छीन लिया है.

अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा, ‘अमित शाह ने पहले कहा था कि यदि नीतीश कुमार की जीत होती है तो पाकिस्तान में जश्न मनाया जाएगा, तो पाकिस्तान अब जश्न मना रहा है.’’ शिवसेना ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा ने नीतीश के साथ गठबंधन करके खुद ही पाकिस्तान को खुश कर दिया है.

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पार्टी ने कहा कि एनडीए को पुराना दोस्त वापस मिल गया है, लेकिन नीतीश ने जब एनडीए छोड़ा था, उस वक्त मोदी पर काफी कीचड़ उछाला था. केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में शामिल शिवसेना ने कहा, वह कीचड़ अब धुल गया क्या ?

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पार्टी ने कहा कि सिर्फ दो साल में, जब मोदी एक के बाद एक कर सारे चुनाव जीत रहे हैं, नीतीश कुमार की अंतरात्मा अचानक जागी और वह एनडीए में शामिल हो गए. राजनीति में अब आदर्शों एवं नैतिकताओं का कोई मतलब नहीं रह गया है. शिवसेना ने कहा कि भाजपा ने मणिपुर और गोवा में बहुमत नहीं होने के बाद भी सरकारें बना ली. भाजपा को अपनी अंतरात्मा से पूछना चाहिए कि यदि दिल्ली में उसकी सरकार नहीं होती तो क्या यह संभव हो पाता.

शिवसेना ने कहा कि भाजपा को नीतीश कुमार से तत्काल पूछना चाहिए कि गौरक्षकों की हिंसा पर उनकी क्या राय है. पार्टी ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों के लिए प्रधानमंत्री पद का चेहरा थे. मोदी और अमित शाह ने वह चेहरा उनसे छीन लिया है. 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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