यह ख़बर 08 मई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

आंध्र : कडप्पा में 70 व पुलिवेंदुला में 81 फीसदी मतदान

खास बातें

  • आंध्र में कडप्पा लोकसभा सीट और पुलिवेंदुला विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर क्रमश: 70 व 81 फीसदी मतदान हुआ।
हैदराबाद:

आंध्र प्रदेश में कडप्पा लोकसभा सीट और पुलिवेंदुला विधानसभा सीट के लिए रविवार को हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर क्रमश: 70 व 81 फीसदी मतदान हुआ। मामूली घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कडप्पा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 69.5 फीसदी, जबकि पुलिवेंदुला विधानसभा सीट पर 81 फीसदी मतदान हुआ। पुलिवेंदुला कडप्पा संसदीय क्षेत्र के सात विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। कडप्पा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के मायडुकुरु में 70.59 फीसदी, कमलापुरम में 63.22, कडप्पा में 67.28, बादवेल में 80.18, जम्मालामाडुगु में 65.3 और प्रोदुत्तुर विधानसभा क्षेत्र में 70.3 फीसदी मतदान हुआ। कडप्पा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में पुलिवेंदुला के 189,000 मतदाताओं सहित कुल 1,328,869 मतदाता हैं। कुल 1,512 मतदान केंद्रों में से अधिकांश पर मतदाताओं की लम्बी कतारें देखने को मिलीं। महिलाओं में खास उत्साह देखा गया। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और अपराह्न् पांच बजे मतदान खत्म होने तक लोग कतारों में खड़े नजर आए। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भंवरलाल ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि तीन प्रमुख पार्टियों के समर्थकों के बीच झड़प और तेलुगू चैनल 'साक्षी' के एक वाहन पर हमला जैसी मामूली घटनाओं को छोड़कर मतदान सुचारु और शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने बताया कि कडप्पा में 108 मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण मतदान प्रभावित हुआ। इन मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराया जाएगा। मुख्य विपक्षी दल, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने भंवरलाल से मुलाकात की और शिकायत की कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, तेदेपा के मतदान अभिकर्ताओं को धमकी दे रही है और चुनावी धांधली में लगी हुई है। कडप्पा से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार डीएल रवींद्र रेड्डी ने भी आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की धांधलियों को नजरअंदाज कर रहा है। दूसरी ओर, वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस सरकार मतदाताओं को लुभाने के लिए धन बल का प्रयोग कर रही है। उन्होंने हालांकि भरोसा जताया कि वह कडप्पा लोकसभा सीट से विजयी होंगे और उनकी मां पुलिवेंदुला विधानसभा सीट से दोबारा निर्वाचित होंगी। चुनाव परिणाम 13 मई को घोषित होंगे। यह चुनाव दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस चंद्रशेखर रेड्डी के बेटे वाईएस जगनमोहन रेड्डी के राजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। जगन ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर हाल ही में वाईएस कांग्रेस पार्टी का गठन किया है। दिवंगत वाईएस चंद्रशेखर रेड्डी के परिवार में विभाजन के बाद यह पहला विधानसभा उपचुनाव है जिसमें उनके भाई विवेकानंद रेड्डी कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाभी विजयलक्षी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। कडप्पा लोकसभा सीट के लिए 6,80,566 महिला मतदाताओं सहित कुल 13,28,869 लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए 11,100 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। कडप्पा लोकसभा सीट के लिए कुल 42 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पुलिवेंदुला विधानसभा सीट पर 25 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पुलिवेंदुला विधानसभा सीट कडपा लोकसभा सीट के तहत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से है। मतदान प्रक्रिया के सुचारु संचालन के लिए 7,779 मतदानकर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भंवरलाल ने बताया कि मतदान प्रक्रिया की रिकॉर्डिग की जा रही है।  ये दोनों सीटें वाईएस जगनमोहन रेड्डी और उनकी मां वाई.एस.विजयलक्ष्मी द्वारा क्रमश: सांसद एवं विधायक के पद से पिछले वर्ष नवम्बर में इस्तीफा दे देने के कारण रिक्त हुई थीं। कडप्पा लोकसभा सीट पर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के जगनमोहन रेड्डी और कांग्रेस के डीएल रवींद्र रेड्डी तथा तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के मैसूरा रेड्डी प्रमुख उम्मीदवार हैं। पुलिवेंदुला विधानसभा सीट पर विजयलक्ष्मी भी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हुई हैं। कांग्रेस उम्मीदवार व उनके देवर वाईएस विवेकानंद रेड्डी और तेदेपा उम्मीदवार बी. टेक रवि उन्हें चुनौती दे रहे हैं।


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