खास बातें
- अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार को ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाना चाहिए। इन्हीं से जनता सबसे ज्यादा परेशान होती है।
रालेगन सिद्धि: अन्ना हजारे ने एक बार फिर सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि वह भ्रष्टाचार मिटाने के लिए दृढ़संकल्पित नहीं है। अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार को ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाना चाहिए। इन्हीं दो वर्गों के कर्मचारियों से जनता सबसे ज्यादा परेशान होती है। अन्ना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार स्वयं संसद की बाद स्वीकार नहीं कर रही है और हमें संसद की बात स्वीकार करने के लिए कहती है। अन्ना ने कहा कि संसद की बात को स्वीकारते हुए ही मैंने अनशन समाप्त किया था। अन्ना ने कहा कि संसद ने स्पष्ट कहा था कि ग्रुप सी और डी को लोकपाल के दायरे में रखा जाएगा। सिटीजन चार्टर लाया जाएगा और साथ ही न्यायपालिका में सुधार के लिए जुडीशियल अकाउंटेबिलिटी बिल भी लाया जाएगा। मगर महीनों बीत जाने के बाद भी मामला आगे बढ़ने की बजाय पीछे जा रहा है।इसके अलावा उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि संसद के शीतकालीन सत्र में एक प्रभावी लोकपाल विधेयक पारित नहीं हुआ तो वह 27 दिसम्बर से अनशन शुरू कर देंगे। सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां के मतदाताओं से वह अनशन के दौरान कांग्रेस का समर्थन न करने के लिए कहेंगे।