खास बातें
- लोकपाल विधेयक पर सरकार की मंशा पर शंका जताते हुए अन्ना हजारे ने आरोप लगाया कि वह बार-बार उनकी टीम के साथ विश्वासघात कर रही है।
चेन्नई: लोकपाल विधेयक पर सरकार की मंशा पर शंका जताते हुए अन्ना हजारे ने आरोप लगाया कि वह बार-बार उनकी टीम के साथ विश्वासघात कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर संसद के शीतकालीन सत्र में कारगर लोकपाल विधेयक पारित नहीं किया गया तो वह अपने आंदोलन की योजना पर दृढ़ हैं। एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से आश्वासनों के बावजूद बार-बार विश्वासघात किया गया, जिसने विधेयक के पारित होने के बारे में हमें संशय में डाल दिया है। हजारे ने कहा, अगर विधेयक पारित होता है तो ठीक है या फिर प्रदर्शन होगा। अगर विधेयक पारित होता है तो 27 दिसंबर को मैं प्रधानमंत्री को फूल भेंट करूंगा। गौरतलब है कि हजारे ने लोकपाल विधेयक के संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में पारित नहीं होने की स्थिति में आगामी 27 दिसंबर से अनशन पर बैठने की धमकी दी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि सीबीआई को लोकपाल के दायरे में लाने पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना है कि एक जनवरी को जेलों में तनिक भी जगह नहीं बचे। हजारे कारगर लोकपाल विधेयक के संबंध में अपने अभियान के लिए समर्थन जुटाने यहां आए हैं।