खास बातें
- भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे अन्ना हजारे को 11 दिसम्बर को प्रस्तावित एक दिन के सांकेतिक अनशन से पूर्व आराम करने की सलाह दी गई है।
रालेगण सिद्धि: भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे अन्ना हजारे को 11 दिसम्बर को प्रस्तावित एक दिन के सांकेतिक अनशन से पूर्व आराम करने की सलाह दी गई है। उनके एक सहयोगी ने यहां गुरुवार को यह जानकारी दी। अन्ना के सहयोगी ने कहा, "वह हालांकि पहले से ठीक हैं और आज उन्होंने छोटे काम खुद करना शुरू किया है।" ज्ञात हो कि 74 वर्षीय अन्ना हाजारे को रीढ़ में सूजन के कारण कुछ दिनों के लिए पूरी तरह आराम करने की सलाह दी गई थी। सहयोगी ने कहा, "रीढ़ और कमर में दर्द उन्हें पिछले कुछ हफ्तों से पेरशान किए हुए है, लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत में स्थिति और बिगड़ गई। मंगलवार से ही वह लगातार बिस्तर पर हैं।" अन्ना हजारे इस समय अहमदनगर जिले के पारनेर तालुका स्थित अपने पैतृक गांव में हैं। वह 10 दिसम्बर को दिल्ली के लिए रवाना होंगे और अगले दिन प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए एक दिन के आंदोलन में शामिल होंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि संसद के शीतकालीन सत्र में प्रभावी लोकपाल विधेयक पारित नहीं हुआ तो वह 27 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे। संसद का मौजूद सत्र 22 दिसम्बर को खत्म होगा। अन्ना हजारे ने कहा है कि अनशन के दौरान वह सात राज्यों के मतदाताओं से अपील करेंगे कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस का समर्थन न करें।