यह ख़बर 24 अगस्त, 2011 को प्रकाशित हुई थी

सरकार की मंशा ही नहीं, भ्रष्टाचार खत्म हो : अन्ना

खास बातें

  • अनशन के नौवें दिन अन्ना ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सभी मांगें माने जाने तक वह अनशन जारी रखेंगे।
New Delhi:

सरकार और अन्ना हजारे में सुलह की संभावनाओं के बीच हजारे ने कड़े स्वर में कहा कि सरकार की मंशा भ्रष्टाचार मिटाने की नहीं लगती और उनकी कुछ मांगें मान लेने के बाद भी सरकार तीन प्रमुख मुद्दों पर सहमत नहीं हो रही। हजारे के अनशन को आज 200 घंटे पूरे हो जाएंगे और उनकी सेहत पहले से नासाज हुई है, लेकिन आज सुबह जन समूह को संबोधित करते हुए उनके रुख में कोई नरमी नहीं दिखाई दी। अनशन के नौवें दिन आज उन्होंने मैदान में कहा कि मंगलवार को उनके तीन साथी अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण और किरण बेदी सरकार से बातचीत करने गए थे, लेकिन आज भी सरकार की मंशा भ्रष्टाचार मिटाने की नहीं लगती । उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाने की सरकार की नीयत साफ नहीं है। सरकार उनके कई मुद्दे मानने के लिए तैयार हैं, लेकिन तीन मुद्दों पर नहीं मान रही। हजारे ने कहा कि उन्होंने गांवों से लेकर मंत्रालयों तक सारे अधिकारियों को लोकपाल के दायरे में लाने की मांग की है, क्योंकि भ्रष्टाचार से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को होती है और भ्रष्टाचारियों की एक पूरी कड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर देश के आईपीएस और आईएएस अधिकारी चाहें तो 10 साल में तस्वीर बदल सकते हैं। अन्य दो मुद्दों की ओर इशारा करते हुए हजारे ने कहा कि उन्होंने हर सरकारी दफ्तर में सिटीजन चार्ट की मांग की है, जिसमें यह लिखा हो कि कौन-सा काम किस अधिकारी को और कितने समय में करना है। नहीं करने पर लोकपाल उसे दंडित कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनका एक प्रमुख मुद्दा राज्यों में लोकायुक्त के गठन का भी है क्योंकि अगर लोकायुक्त नहीं बने तो इस देश से भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा। हजारे ने कहा कि इन तीनों मुद्दों पर सरकार अभी तक नहीं मानी। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता के पैसे का बंटवारा कर रहे हैं, लेकिन लोकपाल के होने से इस पर अंकुश लगेगा। इस बीच सरकार और हजारे पक्ष के बीच बातचीत का दौर जारी है। अनशन के बाद से हजारे का वजन पांच किलो 800 ग्राम कम हो गया है। चिकित्सक डॉ. नरेश त्रेहन ने संवाददाताओं को बताया कि रात में आराम करने के बाद हजारे की सेहत थोड़ी-सी बेहतर है, लेकिन फिर भी उन्हें पानी पीते रहना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा आराम करते हुए कम बातचीत करनी चाहिए। बावजूद इसके हजारे ने आज जन समूह को संबोधित करते हुए कहा आप लोगों को देख कर मुझे यह उर्जा मिल रही है । इसी वजह से नौ दिन से मुझे कुछ नहीं हुआ । उन्होंने कहा कि उन्हें लड़ने की शक्ति देशवासियों से मिल रही है और जब तक उनके शरीर में प्राण हैं, तब तक वह अपने इन मुद्दों से पीछे नहीं हटेंगे।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com