यह ख़बर 18 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

अन्ना समर्थकों का कांग्रेस सांसद के आवास के बाहर प्रदर्शन

खास बातें

  • सांसदों और संसद पर टिप्पणी करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल को लोकसभा द्वारा विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किए जाने पर इंदौर में अन्ना समर्थकों ने लोकसभा सदस्य सज्जन सिंह वर्मा के आवास के बाहर रविवार को प्रदर्शन कि
नई दिल्ली:

सांसदों और संसद पर टिप्पणी करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल को लोकसभा द्वारा विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किए जाने पर इंदौर में अन्ना समर्थकों ने लोकसभा सदस्य सज्जन सिंह वर्मा के आवास के बाहर रविवार को प्रदर्शन किया। वर्मा ने फोन पर धमकियां मिलने का आरोप लगाया है।

पिछले दिनों अन्ना टीम के सदस्य केजरीवाल ने संसद सदस्यों व संसद पर टिप्पणी की थी। देवास से कांग्रेस सांसद वर्मा ने इस टिप्पणी को संसद की अवमानना मानते हुए लोकसभाध्यक्ष से इस बयान को विशेषाधिकार हनन की श्रेणी में रखने और केजरीवाल पर कार्रवाई करने की मांग की। वर्मा की मांग पर लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार ने केजरीवाल को नोटिस जारी किया है।

सांसद द्वारा विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग को लेकर अन्ना समर्थक गुस्से में है। इसी के चलते अन्ना टीम के सदस्य मयंक गांधी के नेतृत्व में अन्ना समर्थकों ने सांसद वर्मा के आवास के सामने प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान वर्मा व गांधी के बीच बहस भी हुई। दोनों ने अपनी-अपनी बात रखी। वर्मा ने जहां केजरीवाल के बयान पर गांधी से सवाल किए तो गांधी ने संसद में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के पहुंचने का मुद्दा उठाया।

इस मौके पर वर्मा ने अपने आवास के बाहर अन्ना समर्थकों के लिए पहले से ही पंडाल लगा रखा था और चाय-पानी का इंतजाम कर रखा था। उनका कहना है कि मालवा की संस्कृति है कि अगर दुश्मन भी घर आए तो उसका स्वागत करें। वहीं अन्ना समर्थकों ने वर्मा को फूल भेंट किए।

वर्मा का कहना है कि शनिवार शाम से उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं। उनका कहना है कि फोन करने वाले अपने को इंडिया अगेंस्ट करप्शन का सदस्य बताते हैं। धमकी देने वालों का कहना है कि वे लोकसभा में दिया गया विशेषाधिकार हनन का अपना नोटिस वापस ले लें।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

दूसरी ओर मयंक गांधी का कहना है कि वर्मा द्वारा उठाए गए कदम से लोगों में गुस्सा है, वे किसी को धमकाने के पक्ष में नहीं है।