आंध्र प्रदेश में जोरशोर से चल रहीं नई राजधानी के लिए तैयारियां

आंध्र प्रदेश में जोरशोर से चल रहीं नई राजधानी के लिए तैयारियां

हैदराबाद/विजयवाड़ा:

आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती की आधारशिला रखे जाने के समारोह की तिथि नजदीक आते ही राज्य सरकार इसके व्यापक इंतजाम में जुटी है। समारोह के लिए प्रमुख हस्तियों को निमंत्रण भी भेजे जा रहे हैं। आंध्रप्रदेश के मंत्रियों ने अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण और पड़ोसी तेलंगाना के नेताओं को निजी तौर पर आमंत्रित किया है।

प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चिंतकायला अय्यना पत्रुदू और स्वास्थ्य मंत्री कामिनेनी श्रीनिवास ने कल्याण को आमंत्रित करने के लिए उनसे मुलाकात की। कल्याण शीर्ष स्तर के नायक हैं, जिनके प्रचार से टीडीपी-बीजेपी गठबंधन को पिछले साल हुए चुनावों में लाभ मिला। फिल्म की शूटिंग के लिए गुजरात जाने की बात कहते हुए कल्याण ने बताया कि उनका समारोह में जाना उनके कार्यक्रम पर निर्भर करेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने आशंका जताई कि अमरावती दूसरा हैदराबाद न बन जाए। ऐसा कहते हुए वह अविभाजित आंध्रप्रदेश में विकास के इस शहर तक सीमित हो जाने की ओर इशारा कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजयदशमी के शुभ अवसर पर 22 अक्‍टूबर को राजधानी की आधारशिला रखेंगे। आंध्रप्रदेश के मंत्रियों ने तेलंगाना के नेताओं, विधानसभा स्पीकर एस मधुसूदनचारी, डिप्‍टी स्पीकर पदम देवेंद्र रेड्डी और तेलंगाना के भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को भी समारोह के लिए आमंत्रित किया है।

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किसानों को निमंत्रण कार्ड के साथ धोती और साड़ी
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू रविवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को आमंत्रित करने के लिए उनसे मुलाकात कर सकते हैं। प्रतिपाटी पुल्ला राव, पी. नारायण जैसे अन्य मंत्रियों ने राजधानी क्षेत्र के गांवों के किसानों को भी निजी तौर पर आमंत्रित किया है। ये वे किसान हैं, जिन्होंने राजधानी के निर्माण के लिए अपनी जमीनें दी थीं।पारंपरिक स्वागत के तौर पर किसानों को निमंत्रण कार्ड के साथ एक ‘धोती’ और एक साड़ी भी दी जा रही है। इसी बीच गुंटूर जिले में एक बड़े स्थान पर समारोह के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। राज्य सरकार पूजा के बाद राज्य के सभी गांवों से मिट्टी और पानी एकत्र करने का कार्यकम करती रही है। इस कार्यक्रम का नाम ‘माना माटी, माना नीरू, माना अमरावती’ :हमारी मिट्टी, हमारा पानी और हमारा अमरावती: है। इसका उद्देश्य राजधानी के प्रति एक जुड़ाव की भावना विकसित करना है।