सेना ने पाक मीडिया के दावे को खारिज किया, कहा-जवान गलती से नियंत्रण रेखा के पार गया

सेना ने पाक मीडिया के दावे को खारिज किया, कहा-जवान गलती से नियंत्रण रेखा के पार गया

खास बातें

  • डॉन के मुताबिक आठ भारतीय जवान मारे गए, एक पकड़ा गया
  • भारतीय सेना ने कहा कि सर्जिकल स्‍ट्राइक के दौरान कोई क्षति नहीं हुई
  • जवान को वापस लाए जाने के किए जा रहे प्रयास
नई दिल्ली:

भारतीय सेना ने पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग में आई उन रिपोर्टों को 'झूठा और निराधार' बताते हुए खारिज किया जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना की जवाबी कार्रवाई में आठ भारतीय जवान मारे गए और एक पकड़ा गया. भारतीय सेना ने कहा कि सीमापार आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्‍ट्राइक में उसको कोई क्षति नहीं हुई. इन शिविरों में छिपे आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में थे.

पाकिस्‍तानी न्‍यूजपेपर डॉन ने जिस जवान के पकड़े जाने की बात कही है, वह राष्‍ट्रीय रॉयफल्‍स (आरआर) से संबंधित है और सर्जिकल स्‍ट्राइक ऑपरेशन में शामिल नहीं था. वह ड्यूटी पर जिस सैन्‍य चौकी पर तैनात था, वहां से गलती से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार चला गया.

इस संबंध में आर्मी हेडक्‍वार्टर ने एक बयान जारी कर कहा, ''सेना और नागरिकों द्वारा गलती से इस तरह नियंत्रण रेखा पार कर जाना दोनों ओर से असामान्य बात नहीं है. उन्हें मौजूदा व्यवस्थाओं के तहत वापस सौंप दिया जाता है.'' इसके साथ ही यह भी कहा गया, ''जहां तक पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग में भारतीय सेना के आठ जवानों के मारे जाने की रिपोर्ट का संबंध है, यह रिपोर्ट पूरी तरह से झूठी और आधारहीन है.''

सूत्रों के मुताबिक डायरेक्‍टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) जनरल रणबीर सिंह ने जवान के गलती से नियंत्रण रेखा के पार जाने के मामले में पाकिस्‍तानी समकक्ष से बातचीत करते हुए उसको वापस भेजने की मांग की है.

उल्‍लेखनीय है कि डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी सेना ने यह दावा किया है कि एलओसी पर तत्‍ता पानी में भारतीय सेना ने गोलीबारी की और उसकी जवाबी कार्रवाई में आठ भारतीय सैनिक मारे गए और एक जवान चंदू बाबूलाल चौहान पकड़ा गया. इससे पहले भारतीय सेना ने कहा था कि बुधवार रात को उसने एलओसी के पार सात जगहों पर सर्जिकल स्‍ट्राइक किया था. उसके जवाब में पाकिस्‍तानी सेना ने भारत पर 'तथ्‍यों को तोड़-मोड़ कर' पेश करने का आरोप लगाया.   



    

 


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