आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा, सेना को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए

जनरल बिपिन रावत ने कहा कि अच्छे लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि सेना को राजनीति में ना घसीटा जाए.

आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा, सेना को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए

यूनाइटेड सर्विस इंस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया के कार्यक्रम में जनरल बिपिन रावत

नई दिल्ली:

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि सेना को राजनीति से अलग रखना चाहिए, हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि जहां देश के हित का मामला हो, वहां सेना का इस्तेमाल होना चाहिए. जनरल रावत ने सेना के राजनीतिक इस्तेमाल पर उठे सवाल के जवाब में ये बात कही. उन्होंने कहा कि अच्छे लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि सेना को राजनीति में ना घसीटा जाए. जनरल रावत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों से जुड़े थिंक टैंक यूनाइटेड सर्विस इंस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि हमने कई बार गौर किया है कि सेना का राजनीतिक इस्तेमाल हुआ. हम एक धर्मनिरेपक्ष वातावरण में काम करते हैं, जहां एक बेहतर लोकतंत्र है, इसलिए सेना को हर हाल में राजनीति से दूर रख जाना चाहिए.

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वैसे खुद जनरल रावत के बयानों से कई बार सेना और सियासत को लेकर सवाल उठते रहे हैं. जैसे कर्नाटक में उन्होंने कहा था कि फील्ड मार्शल करियप्पा को 'भारत रत्न' मिलना चाहिए, जिसे लेकर काफी हंगामा भी हुआ और इसे चुनाव के लिहाज से एक राजनीतिक बयान माना गया. मुंबई में रेलवे ब्रिज बनाने का मामला हो या फिर दिल्ली में यमुना नदी के किनारे श्री श्री रविशंकर का सांस्कृतिक कार्यक्रम, इन दोनों जगहों पर भी सेना के इस्तेमाल को लेकर सवाल उठे थे. इस पर जब एनडीटीवी इंडिया ने जनरल रावत से सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि जहां राष्ट्रहित की बात हो वहां तो सेना का इस्तेमाल होना ही चाहिए, ये बात हमारे चार्टर में भी लिखी है.

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बेशक जनरल बिपिन रावत अब सेना के राजनीति इस्तेमाल से बचने की सलाह दे रहे हों, लेकिन उनके कार्यकाल में ही सेना के राजनीतिक इस्तेमाल की बात बहुत ज्यादा उठी है.


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