तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं अरविंद केजरीवाल.
खास बातें
- शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से मुखातिब हुआ केजरीवाल
- अपने पास कोई भी मंत्रालय नहीं रखने की बताई वजह
- इससे पहले आज ही अमित शाह से मिले अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इससे पहले आज ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात भी की थी. पत्रकारों से बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बहुत से लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि मैंने अपने पास कोई मंत्रालय क्यों नहीं रखा? इसका जवाब यह है कि मेरी पहली और पूरी प्रतिबद्धता दिल्ली के लोगों के प्रति है. दिल्ली के लोगों ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और दिल्ली के लोगों की इस जिम्मेदारी को सुचारू रूप से निभाने के लिए ही मैंने कोई पोर्टफोलियो नहीं रखा क्योंकि उससे मुझे सारे मंत्रियों के कामों पर निगरानी रखने में और एक बड़ी तस्वीर देखने मे मदद मिलती है.
दिल्ली चुनाव जीतने के बाद पहली बार गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे CM अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "अगर आप किसी विभाग की छोटी मोटी बातों में उलझ जाए तो उससे बाकी के काम में दिक्कत आती है. पिछली बार भी मैंने अपने पास कोई पोर्टफोलियो नहीं रखा था." साथ ही उन्होंने कहा कि बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है जिसमें दिल्ली सरकार के सभी विभागों के प्रमुखों और मंत्रियों को बुलाया गया था. इस बैठक में हमने जो अपने गारंटी कार्ड में 10 वादे किए थे उससे जुड़े सभी विभागों को अगले 1 हफ्ते के भीतर प्लान तैयार करने के लिए कहा है. हर विभाग अपने प्लान में बताएगा कि संबंधित गारंटी को पूरा करने के लिए क्या समय सीमा होगी और कितना बजट चाहिए होगा.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा- स्कूलों में अतिरिक्त कमरे अप्रैल तक हो जाएंगे तैयार
साथ ही गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दोनों इस बात पर सहमत थे कि दिल्ली के विकास के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार मिलकर काम करें. अरविंद केजरीवाल से पूछा गया कि क्या अमित शाह से शाहीन बाग के मुद्दे पर भी बात हुई तो उन्होंने कहा "शाहीन बाग पर हमारी कोई बात नहीं हुई."
VIDEO: क्या शाहीन बाग का मामला बातचीत से सुलझेगा?