हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं : पीएम नरेंद्र मोदी
शनिवार को एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को दो टूक में कहा कि 'पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम टीपू सुल्तान की बात किए. ओ हो अब्बा. टीपू सुल्तान हिंदुओं के दुश्मन से नहीं थे. वह उनके सल्तनत के दुश्मन थे, चाहे हिंदू हो या कोई मजहब के हों. जरा ये भी पढ़ लो. आप अपनी असेंबली में बैठकर टीपू सुल्तान और बहादुर शाह जफर की बात करते हैं. ये अजीब अजीब बातें करते हैं. एटम बम, फुलां बम... यहां नहीं है? यहां नहीं है क्या? मगर क्या बात है. आप जरा जैश-ए-शयातीन और लश्कर-ए-शयातीन को खत्म करो.'
वहीं, हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी भाजपा पर भी हमला बोला. ओवैसी ने कहा कि मेरे मुसलमान होने पर शायद तुम्हें शक होगा कि ये वफादार है या एंटी नेशनल , मगर सुनो मेरी एक बात को. अगर बीजेपी यह कह रही है कि मेरा बूथ सबसे मजबूत तो मैं कह रहा हूं मेरी सरहद मजबूत तो मेरा देश मजबूत.
पुलवामा आतंकी हमले पर ओवैसी की दो टूक: पाकिस्तान के PM अपने चेहरे से मासूमियत का नकाब उतारें
इससे पहले पुलवामा आतंकी हमले पर भी ओवैसी ने पाक पीएम इमरान खान पर हमला बोला था. पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए ओवैसी ने कहा था कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इस हमले का संबंध पाकिस्तान से है. पाकिस्तानी सरकार, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की योजना के अनुसार इस हमले को अंजाम दिया गया. बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसकी जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.
लोकसभा चुनाव: कांग्रेस अकेले दम पर BJP को कभी नहीं हरा सकती, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कारण भी गिनाए...
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि 'इस हमले का लिंक पाकिस्तान से है. पाकिस्तानी सरकार, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की योजना के अनुसार इस हमले को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे 40 जवानों की हत्या की है और उसकी जिम्मेदारी ली है, वे जैश-ए-मोहम्मद नहीं जैश-ए-शैतान हैं.' उन्होंने आगे कहा कि 'मोहम्मद का सैनिक किसी व्यक्ति की हत्या नहीं करता, वह मानवता के प्रति दयालु है. तुम जैश-ए-शैतान, जैश-ए-इबलीस हैं. मजूद अजहर, तुम मौलाना नहीं हैं, तुम शैतान के शिष्य हो. यह लश्कर-ए-तैयबा नहीं है, यह लश्कर-ए-शैतान है.'
दरअसल, 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.
वीडियो- पुलवामा आतंकी हमला: 'मुंहतोड़ जवाब मिलेगा'