अंतिम यात्रा पर निकले अटल बिहारी वाजपेयी
खास बातें
- वाजपेयी की अंतिम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं
- तीनों सेना के जवान अटल जी के पार्थिव शरीर के साथ मौजूद रहेंगे
- दिल्ली पुलिस की जगह सेना ने अटल जी की अंतिम यात्रा की कमान संभाली है.
नई दिल्ली: काल के कपाल पर लिखने-मिटाने वाली वो अटल आवाज़ हमेशा के लिए ख़ामोश हो गई. भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का कल शाम निधन हो गया. पिछले दो महीने से वो एम्स अस्पताल में भर्ती थे. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने 5.05 मिनट पर अंतिम सांस ली. अटल जी का पार्थिव शरीर उनके निवास 6 कृष्ण मेनन मार्ग पर रखा गया था और उनका पार्थिव शरीर बीजेपी के पार्टी दफ़्तर लाया गया था. अब बीजेपी मुख्यालय से अटल जी का पार्थिव शरीर अंतिम सफर के लिए निकल चुका है. अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में लोग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आवास पर पहुंच रहे थे. इसके चलते ही उनका पार्थिव शरीर कृष्णा मेनन मार्ग से 9 बजे की जगह 10 बजे बीजेपी मुख्यालय के लिए ले जाया गया. जहां उन्हें पीएम मोदी और अमित शाह ने श्रद्धांजलि दी. वहीं से दोपहर एक बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी और करीब 4 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा. गठबंधन सरकार के जनक माने जाते रहे. छह साल तक 24 पार्टियों को साथ लेकर सरकार चलाई. भारत पाकिस्तान संबंधों को नया आयाम दिया. देखें फोटो
बेटी नमिता ने दी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को मुखाग्नि.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मृति स्थल पर हो रहा है अंतिम संस्कार
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांसुमन अर्पित किए.
लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अर्पित किए श्रद्धासुमन.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अंतिम श्रद्धांजलि दी
स्मृति स्थल पर अटल बिहारी वाजपेयी को तीनों सेनाओं की श्रद्धांजलि.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वापजेयी को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद नमन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्मृति स्थल की ओर बढ़ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा.
पीएम मोदी अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते हुए
अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते पीएम मोदी और अमित शाह
अटल जी की अंतिम यात्रा पर उमड़ा हुजूम
बीजेपी मुख्यालय से निकला अटल जी का पार्थिव शरीर
अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते बीजेपी मुख्यालय में पीएम मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि पीएम मोदी और अमित शाह ने दी अटल जी को श्रद्धांजलिबीजेपी मुख्यालय पहुंचा अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर अटलजी के पार्थिव शरीर को इस वाहन में बीजेपी मुख्यालय ले जाया गया
अटलजी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाने के दौरान लगे अटलजी अमर रहे के नारे
अटलजी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाने के दौरान काफी भीड़ रही मौजूद
अटलजी के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाते हुए
अटल जी के घर से सेना के वाहन मे पार्थिव शव बीजेपी ऑफिस के लिये निकला. आगे तीनों सेना के अंगों का बैंड . थल, नौ और वायुसेना के जवान अपने हथियार को झुकाए मार्च करते हुए.
अटलजी के पार्थिव शरीर को वाहन में रखते सेना के जवान
कृष्णा मेनन मार्ग से अटलजी की पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय ले जाते हुए
सेना के जिस वाहन में अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को उनको निवास से बीजेपी ऑफ़िस में लेकर जाया जायेगा. उसमें अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार के लोगों के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी रहेंगे.
सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास के दरवाजे सुबह करीब साढ़े सात बजे खोले गये. बाद में वाजपेयी का पार्थिव शरीर भारतीय जनता पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नव-निर्मित मुख्यालय पर ले जाया जाएगा. ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए उनकी अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे शुरू होगी.
लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को एम्स में वाजपेयी का निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. सुबह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंचने वालों में शामिल 52 वर्षीय योगेश कुमार उत्तराखंड के उत्तरकाशी से अपने नेता के अंतिम दर्शन को आये हैं. लोग पूरी रात यात्रा करके दिल्ली आये हैं ताकि अपने नेता को एक अंतिम बार देख सकें. कुमार का दावा है, ‘1984 में जब वाजपेयी जी गंगोत्री जाने के दौरान उत्तरकाशी में रूके थे, तब मैं उनसे मिला था. 1986 में वह फिर से उत्तरकाशी आये.’ कुमार अपने साथ याद के रूप में अपनी और वाजपेयी जी की तस्वीर लेकर आये हैं. उनका कहना है, मैं अपने साथ गंगोत्री से गंगाजल लेकर आया हूं. आशा करता हूं कि उन्हें अंतिम बार देख सकूंगा.