- पीएम मोदी ने कहा कि सत्तर वर्षों में विपक्ष की अधिकतर सरकारों ने देश की गरीब जनता की आंखों में ‘गरीब हटाओ’ के नाम पर धूल झोंका जबकि मेरी सरकार आयुष्मान भारत जैसी योजनायें देश की गरीबी को सचमूच दूर करने के लिए लेकर आयी है .
- पीएम मोदी ने कहा कि सरकार देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को सुधारने के लिए Holistic तरीके से कार्य कर रही है. एक तरफ सरकार Affordable Healthcare पर ध्यान दे रही है, तो साथ ही Preventive Healthcare पर भी जोर दिया जा रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आज 10 वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया है. अब झारखंड में करीब 40 ऐसे सेंटर्स काम कर रहे हैं और देशभर में इनकी संख्या 2300 तक पहुंच चुकी है. अगले 4 वर्षों में देशभर में ऐसे डेढ़ लाख सेंटर्स तैयार करने का लक्ष्य है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत का ये मिशन सही मायने में एक भारत, सभी को एक तरह के उपचार की भावना को मज़बूत करता है. जो राज्य इस योजना से जुड़े हैं, उनमें रहने वाले व्यक्ति किसी भी राज्य में जाएं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलता रहेगा. अभी तक देशभर के 13,000 से अधिक अस्पताल जुड़ चुके हैं. जो अस्पताल अच्छी सेवाएं देंगे, उन्हें सरकार द्वारा मदद भी दी जाएगी. आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य आर्थिक सुविधा का तो है ही, साल में ऐसी व्यवस्था भी खड़ी की जा रही है जिसमें आपके घर के पास ही इलाज की उत्तम सुविधा मिल जाए. आज 10 वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया है.
- पीएम मोदी ने कहा कि 5 लाख तक का जो खर्च है उसमें अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है. अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा.
- पीएम मोदी ने कहा कि हेल्प लाइन नंबर 14555 पर आप जानकारी ले सकते हैं कि आपका इस योजना में नाम है या नहीं, आपको क्या लाभ मिल सकता है. देश में तीन कॉमन सर्विस सेंटर हैं. उन सभी जगह पर वह जानकारी ले सकते हैं.
- पीएम मोदी ने कहा कि ये योजना कितनी व्यापक है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैंसर, दिल की बीमारी, किडनी और लीवर की बीमारी, डायबटीज समेत 1300 से अधिक बीमारियों का इलाज शामिल है. इन गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं बल्कि अनेक प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा सकेगा.
- पीएम मोदी ने कहा कि गरीबी हटाओ के नारे आजादी के समय से ही सुन रहे हैं. गरीबों के आंख में धूल झोंकने वाले लोग अगर आज से तीस-पचास साल पहले लोग गरीबों के नाम पर राजनीति करने वाले अगर गरीबों को सशक्त करने का काम करते तो ऐसी हालत नहीं होती. उनकी गलतियों की वजह से देश को भुगतना पड़ रहा है. वह सोचते हैं कि गरीब कुछ मांगते हैं. यह उनकी सोच है. गरीब जितना स्वाभिमानी होता है, शायद उस स्वाभिमान को नापने की आपके पास कोई तराजू नहीं. मैंने गरीबी को जिया है, गरीबी से निकला हूं. गरीबों के स्वाभिमान को भी जिया है. हर चुनाव में टुकड़े फेंको और राजनीतिक उल्लू सीधा करो, यही चलता है. देश गरीबी से मुक्ति की ओर बढ़ रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि देश में बेहतर इलाज सीमित लोगों तक न रहे. इसी भावना के साथ यह योजना देश को समर्पित कर रहा हूं. ताकि सबको बेहतर इलाज मिले. जब भारत के हेल्थ सेक्टर की बात होती है, तो कहा जाता है कि परिवार में कमाई का ज्यादा हिस्सा बीमारियों में खर्च हो जाता है. बीमारी इंसान को बदहाल कर देता है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से दो महापुरुषों का नाता जुड़ा है. अप्रैल में जब योजना के पहले चरण शुरु हुआ था तो उस दिन बाबा साहेब अंबेडकर का जन्मदिन था। अब इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिवस से दो दिन पहले शुरु हुई है.
- पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रार्थना करूंगा कि ऐसी बुरी अवस्थान न आए कि किसी को, जिसे आरोग्य योजना का लाभ लेना पड़े, मगर जरूरत पड़ी तो यह आयुष्मान भारत योजना आपकी सेवा में हाजिर रहेगा. अब अमीर की तरह ही गरीब की तरह स्वास्थ्य सेवा मिलेगी. मेरे देश के गरीब को भी वही सुविधा मिलेगी, जो अमिर को मिलेगी.
- आरोग्य जगत का मान्यता प्राप्त मैग्जीन ने भी बड़ाई की है कि भारत ने एक गेम चेंजर योजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. और मुझे यकीन है कि आने वाले दिनों में दुनिया में मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले लोग, आरोग्य की चर्चा करने वाले लोग, हर किसी को इस योजना का अध्ययन करना पड़ेगा. और दुनिया के लिए कौन सा मॉडल बन सकता है, इसके लिए दुनिया में योजना बनानी होगी.
-पूरी दुनिया में सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना किसी भी देश में नहीं चल रहा. इस योजना के लाभार्थियों की संख्या कल्पना नहीं कर सकते. पूरा यूरोपिय यूनियन, 27-28 देश, की जितनी आबादी है, उतने लोगों को यह भारत में आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा. पूरे अमेरिका की जनसंख्या, कनाडा और मैक्सिको देश की जनसंख्या मिला ले, तो उससे भी ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा.
- पीएम मोदी ने कहा कि काम कैसे होता है, कितनी तेज गति से होता है, कितना व्यापक होता है, इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता. आज आयुष्मान भारत योजना के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आज से लागू हो रहा है. इसे हर कोई अपने-अपने अनुसार नाम दे रहा है. कोई इसे मोदी केयर कह रहा है. कोई कहता है कि गरीबों के लिए योजना है. मगर मेरे लिए यह हमारे देश के दरिद्र नारायण को सेवा करने का अवसर है. गरीब की सेवा करने का इससे बड़ा कार्यक्रम नहीं हो सकता है. देश के 50 करोड़ से ज्यादा भाई-बहनों तक को 5 लाख तक हेल्थ एंश्योरेंस देने वाली अपनी तरह की यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है.
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले बिरसा मुंडा को याद किया. उन्होंने जो सपना हर परिवार का होता था, हमारे ऋषि-मुनिया ने जो सपना देखा था, आज उसी सपने को पूरा करना है. समाज के आखिर पंक्ति में जो इंसान खड़ा है, गरीब से गरीब को इलाज मिले. स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले, इस सपने को साकार करने का एक अहम कदम इस बिरसा मुंडा की धरती से उठाया जा रहा है. आज पूरे हिंदुस्तान का ध्यान रांची की धरती पर है. आज पूरे देश में करीब 400 जिलों में यह कार्यक्रम चल रहा है. वे भी देख रहे हैं. आज वह इस काम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
- पीएम मोदी ने झारखंड में आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया. साथ ही उन्होंने 10 हेल्थ व वेलनेस सेंटर का भी शुभारंभ किया. पीएम ने कोडरमा के मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास किया .पीएम ने चाइबासा मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया.
- जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम के बुलंद इरादों को जमीन पर उतारने के लिए हम संकल्प हैं. झारखंड के देवघर में एम्स का काम शुरू हो गया है.
- जेपी नड्डा ने कहा कि ये योजना कैशलेस और पेपरलेस होगी. यह स्कीम डिजिटल इंडिया का बड़ा रूप है. कार्यक्रम को जमीन पर उतारने के लिए हम सभी कार्यरत हैं
- ये योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति साबित होगी : जेपी नड्डा
- पीएम मोदी योजना का शुभारंभ करने के लिए मंच पर पहुंचे
'आयुष्मान भारत' योजना की पहली लाभार्थी बनी करिश्मा की मां, सरकार उठा रही है पूरा खर्च
इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं. एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है. शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे. इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे.
ओडिशा और तेलंगाना 'आयुष्मान भारत' में शामिल होने के लिए फिलहाल तैयार नहीं
इस योजना के मुख्य शिल्पी नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 23 सितंबर को इस योजना का शुभारंभ करेंगे लेकिन यह प्रभावी तौर पर 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से लागू होगी.’ पीएम मोदी 23 सितम्बर को 11.30 बजे पूर्वाह्न झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ करेंगे. बता दें कि आयुषमान भारत कार्यक्रम को केंद्र की 60 फीसदी मदद मिलेगी और बाकी पैसे राज्य सरकार के मद से आएंगे.
आयुष्मान भारत योजना 25 सितंबर से शुरू होगी, पीएम मोदी ने किया ऐलान
केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत 1 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी. आयुष्मान भारत योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए ये भर्तियां की जाएगी. स्वास्थ मंत्रालय के आकलन में मिली जानकारी के मुताबिक अगले 5 साल में 2 लाख पदों पर भर्तियां की जा सकती है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक लाख ''आयुष्मान मित्रों'' की भर्ती के लिए कौशल विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता किया है. एक अधिकारी ने बताया, ''सभी सूचीबद्ध अस्पताल में रोगियों की सहायता के लिए ''आयुष्मान मित्र'' होंगे जो लाभार्थियों औरअस्पताल के बीच समन्वय करेगा.
VIDEO: 'मोदीकेयर' पर सरकार ने कसी कमर