गायब हुईं वक्फ़ बोर्ड की 4500 संपत्तियां, आजम ख़ान पर कस सकता है जांच का शिकंजा

गायब हुईं वक्फ़ बोर्ड की 4500 संपत्तियां, आजम ख़ान पर कस सकता है जांच का शिकंजा

वक्फ़ बोर्ड के घोटालों में आजम खान की भूमिका को संदिग्ध बताया जा रहा है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • साढ़े सात हज़ार वक्फ सम्पत्तियों में से केवल तीन हज़ार रह गई हैं
  • वक्फ सम्पत्ति घोटाला एक हजार करोड़ रुपये तक हो सकता है
  • अधिवक्ता डॉ. सैयद एजाज अब्बास नकवी ने तैयार की जांच रिपोर्ट
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के पूर्व वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री आजम खां की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वक्फ काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा सूबे में वक्फ सम्पत्तियों को खुर्द-बुर्द करने के आरोपों की जांच रिपोर्ट में आजम ख़ान का नाम आने के बाद उन पर कार्रवाई के आसार हैं.

राज्य के मुस्लिम वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बताया कि वक्फ काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा प्रदेश में वक्फ सम्पत्तियों में गड़बड़ी करने की शिकायतों की जांच की है, जिसकी 36 पन्नों की रिपोर्ट में तत्कालीन वक्फ मंत्री आजम ख़ान और शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी समेत कई लोगों की भूमिका संदिग्ध मानी गई है.

रजा ने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड से जुड़ी यह रिपोर्ट उन्हें दो दिन पहले ही मिली है. इसमें पिछले 10 वर्षों के दौरान वक्फ सम्पत्तियों को लेकर हुई शिकायतों की जांच की गई है. इस लगभग पूरे समय रिजवी ही शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे और पिछली अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में वह आजम ख़ान के बहुत करीब थे.

उन्होंने कहा कि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी. उसके बाद वह इन दोनों रिपोर्ट और वक्फ सम्पत्तियों के बारे में उन्हें मिल रहे शिकायती पत्रों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे और उनके निर्देश पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.

वक्फ राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद तय किया जाएगा कि किस एजेंसी से जांच कराई जाएगी, क्योंकि कुछ शिकायतों में सीबीआई जांच की भी मांग की गई है.

वरिष्ठ अधिवक्ता डॉक्टर सैयद एजाज अब्बास नकवी द्वारा तैयार की गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि शिया वक्फ बोर्ड से जुड़ी शिकायतों में लगे आरोप बहुत गम्भीर हैं और इनमें मुकदमे दर्ज किए जाने चाहिए. साथ ही इनमें आजम ख़ान की भूमिका की जांच भी की जानी चाहिए. रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि राज्य सरकार को वक्फ बोर्ड में हुए घपलों पर श्वेत पत्र जारी किया जाना चाहिए.

मंत्री ने कहा कि वक्फ सम्पत्तियों में किया गया घोटाला 500 करोड़ से एक हजार करोड़ रुपये तक हो सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाने को कहा है. उन्होंने कहा कि मायावती सरकार के शासनकाल में भी वक्फ सम्पत्तियों के खुर्द-बुर्द करने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा.

उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश में बीजेपी की सरकार को बने हुए बमुश्किल दो हफ्ते हुए हैं. इतने समय में ही जो शिकायतें आ रही हैं, उनमें से ज्यादातर भ्रष्टाचार की हैं. अधिकारियों की बैठक में यह निर्णय हुआ कि इनकी जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि साढ़े सात हजार वक्फ सम्पत्तियां थी, वे तीन हजार रह गई हैं. बाकी बची सम्पत्तियां कहां चली गई हैं.

बहरहाल, इस मामले में आजम ख़ान का कहना है कि उन्होंने अपने मंत्रित्वकाल में पूरे साफ दिल और मन से काम किया है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं.


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