यह ख़बर 14 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

कांग्रेस को हराने की बात कह हरिद्वार गए रामदेव

खास बातें

  • योग गुरु बाबा रामदेव मंगलवार को भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ अपना अनिश्चितकालीन अनशन स्थगित कर हरिद्वार के लिए रवाना हो गए लेकिन इससे पहले उन्होंने कांग्रेस और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जमकर हमला किया।
नई दिल्ली:

योग गुरु बाबा रामदेव मंगलवार को भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ अपना अनिश्चितकालीन अनशन स्थगित कर हरिद्वार के लिए रवाना हो गए लेकिन इससे पहले उन्होंने कांग्रेस और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जमकर हमला किया। साथ ही 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने का आह्वान भी कर गए। किसे जिताना है, इस बारे में चुप्पी साधते हुए उन्होंने कहा कि उनका अनशन स्थगित हुआ है लेकिन आंदोलन जारी रहेगा।

रामदेव ने दो बच्चों के हाथों नीबू पानी पीकर अम्बेडकर स्टेडियम में अपना पांच दिवसीय अनशन समाप्त किया। उन्होंने स्टेडियम में विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा, "मैं स्टेडियम में अपना अनशन समाप्त कर रहा हूं, लेकिन हमारी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।" उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, "आप जब अपने घरों को जाएं तो आसपास के लोगों को कांग्रेस के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि 'कांग्रेस हटाओ, देश बचाओ'। 'भ्रष्टाचार मिटाओ, देश बचाओ'।"

पुलिस ने सोमवार रात रामदेव को स्टेडियम से जाने की अनुमति दे दी थी, लेकिन रामदेव वहीं बने रहे। रामदेव ने कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी से उत्तराखण्ड के हरिद्वार जाएंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपने घरों को लौट जाएं।

रामदेव ने कहा, "प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में काले धन से सम्बंधित बात शामिल होनी चाहिए। उन्हें भ्रष्टाचार और काले धन की समस्या का कोई समाधान देना चाहिए, अन्यथा देश उन्हें भी जिम्मेदार ठहराएगा।"

मनमोहन सिंह पर सीधा निशाना साधते हुए रामदेव ने कहा, "आप अपनी बेइज्जती क्यों करा रहे हैं, यदि आप काला धन वापस नहीं ला सकते तो मेरी तरह बाबा बन जाइए। आप सिख समुदाय से हैं, और कई सिख गुरुओं ने अच्छे कार्यों के लिए अपनी कुर्बानी दी है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि उनसे कुछ सीखिए और देश की सेवा कीजिए।"

रामदेव ने नौ अगस्त को रामलीला मैदान में अपना अनशन शुरू किया था। उन्होंने कहा कि वह हारे नहीं हैं। बल्कि वह काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कई राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने में सफल हुए हैं।

रामदेव ने कहा, "यदि सोमवार को संसद में काले धन पर मतदान हुआ होता तो सरकार गिर गई होती। हमें उन दलों का भी समर्थन मिला है, जो सत्ताधारी गठबंधन को समर्थन दे रहे है।"

दिल्ली पुलिस ने रामदेव और उपस्थित जनसमूह से आग्रह किया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले सुरक्षा कारणों से स्टेडियम खाली कर दें। स्टेडियम उस मार्ग पर पड़ता है, जहां से होकर प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराने जाएंगे।

रामदेव ने समर्थकों से स्टेडियम छोड़ने के लिए कहा और कहा, "यदि हम चाहें तो प्रधानमंत्री को स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने से रोक सकते हैं, लेकिन यह कोई राजनीतिक आयोजन नहीं है। लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान देकर हमें यह आजादी दी है और हम इसे सलाम करते हैं।"

रामदेव ने आगे कहा, "हम भिखारी नहीं हैं। हम अपने अधिकार मांग रहे हैं और यदि हमें हमारा अधिकार नहीं मिलता तो हम इसके लिए लड़ेंगे।"

रामदेव ने कहा कि कांग्रेस सबसे भ्रष्ट पार्टी है और कांग्रेस का एक भी सदस्य 2014 के आम चुनाव में निर्वाचित होने लायक नहीं है। उन्होंने कहा, "लोगों को बताइए कि उन्हें गरीब बनाने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। कांग्रेस सबसे भ्रष्ट पार्टी है और इसका नाम भ्रष्टों की सूची में सबसे ऊपर लिखा जाना चाहिए।"

ज्ञात हो कि रामदेव और उनके समर्थकों को सोमवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया था, जब वे संसद भवन के लिए मार्च कर रहे थे। उसके बाद उन्हें अम्बेडकर स्टेडियम लाया गया था।

बाबा रामदेव द्वारा कांग्रेस और प्रधानमंत्री पर किए गए हमलों पर कांग्रेसी नेताओं ने भी तीखी बयानबाजी है। कांग्रेस नेताओं ने बाबा पर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया।

कम्पनी मामलों के केंद्रीय मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने कहा, "जिस तरीके से वह (रामदेव) अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे झलकता है कि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ बोलने का उन्हें लाइसेंस मिल गया है। संवैधानिक पदों का सम्मान करना चाहिए।"

मोइली ने कहा, "उन्हें यह समझना चाहिए कि संसद की स्थापना देश के संविधान से हुई है और संविधान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों से बना है। वह इस भाषा को नहीं समझते हैं। वह संसदीय भाषा भूल गए। उन्हें एक सभ्य व्यक्ति की तरह पेश आना चाहिए था। यह उनके लिए जरूरी है।"

सूचना और प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने कहा, "मुझे नहीं पता कि कौन क्या कह रहा है और क्यों कह रहा है। हम संसद को बताते आए हैं। हमारे पास एक निश्चित कार्ययोजना है। हम समय-समय पर इसकी जानकारी भी देते रहे हैं। हाल ही में इस दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी गई थी। इससे पहले वित्त मंत्री जो कि अब देश के राष्ट्रपति हैं, ने एक श्वेत पत्र जारी किया था।" उन्होंने कहा, "इसलिए आप यह नहीं कह सकते कि सरकार क्या कदम उठा रही है उसके बारे में बता नहीं रही है।"

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कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार पिछले कुछ वर्षों से उठाए गए कदमों के बारे में लगतार बताती आ रही है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है।