आधार नहीं तो राशन नहीं, झारखंड के सिमडेगा में भूख की वजह से 11 साल की बच्ची ने दम तोड़ा

स्थानीय राशन डीलर ने महीनों पहले उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द करते हुए अनाज देने से इनकार कर दिया था.

आधार नहीं तो राशन नहीं, झारखंड के सिमडेगा में भूख की वजह से 11 साल की बच्ची ने दम तोड़ा

झारखंड में भूख से बच्ची की मौत

खास बातें

  • राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं तो राशन नहीं
  • परिवार ने 4-5 दिन से कुछ नहीं खाया था
  • जंगल में उगी साग-सब्जी से काम चला रहे थे
रांची:

झारखंड के सिमडेगा से एक बेहद हैरान करने वाली ख़बर सामने आई है. जहां कुछ दिनों से भूखी 11 साल की एक बच्ची की मौत हो गई. स्थानीय राशन डीलर ने महीनों पहले उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द करते हुए अनाज देने से इनकार कर दिया था. राशन डीलर की दलील थी कि राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं है, इसलिए अनाज नहीं मिल सकता. मामला सामने आने के बाद सूबे के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ने मामले की जांच की बात कही है. जहां एक ओर हम डिजिटल इंडिया की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर भूख से दम तोड़ती एक बच्ची की व्यथा झकझोर देती है. 

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बच्ची की मां कोयला देवी ने बताया कि परिवार ने 4-5 दिनों से कुछ नहीं खाया था. जब उनसे पूछा गया कि क्या आपकी बच्ची स्कूल जाती है, क्या वहां उसे खाना नहीं मिला तो कोयला देवी ने बताया कि उसे स्कूल में खाना मिलता है लेकिन दुर्गा पूजा की छुट्टियों की वजह से स्कूल से खाना भी नहीं मिल पाया. कोयला देवी ने बताया कि वह वार्ड के पार्षद और मुखिया सहित कई लोगों से मदद मांगने गई किसी ने मदद नहीं की. वह कई दिनों तक जंगलों में उगे पेचकी साग, गेठी, भाजी साग और करैला आदि खाकर रह रहे थे.

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