गोविंद पानसरे को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी
मुंबई:
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता गोविंद पानसरे की हत्या के विरोध में रविवार को वाम दलों ने महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया। मुंबई में इस बंद का कोई खास असर नहीं दिखा, लेकिन कोल्हापुर पूरी तरह से बंद रहा।
रविवार को कोल्हापुर शहर के मुख्य बाज़ार जैसे स्टेशन रोड, शिवाजी रोड, पान लाइन, लक्ष्मीपुरी, हर जगह लोगों ने अपने प्यारे नेता कॉमरेड गोविंद पानसरे को श्रद्धांजलि दी।
बंद में शामिल सीपीआई के वरिष्ठ नेता राम पाहेती ने कहा, "कॉमरेड गोविंद पानसरे का जो खून हुआ है, उसके खिलाफ हम बंद में शामिल हुए हैं, इससे साबित हो रहा है... इसका यही मतलब है कि ये जो प्रवृत्ति है फासिस्ट ताकतों के खिलाफ जनता चुप नहीं बैठेगी, कॉमरेड पानसरे ने युवकों, जनता, किसानों को यही सिखाया है कि अभिव्यक्त कीजिए... खतरा उठाना होगा... फासिस्ट ताक़तों के ख़िलाफ वो बोलते रहे, लिखते रहे... ख़तरा झेला उन्होंने।"
वाम दलों के बंद को विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी ने भी अपना समर्थन दिया। सरकार में शामिल रामदास अठावले की आरपीआई भी बंद में शामिल हुई। मुंबई के चेंबूर में आरपीआई नेता रामदास अठावले रास्ता रोको आंदोलन में शरीक हुए। शहर के वर्ली इलाके में भी सीपीआई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने घर के बाहर कॉमरेड पानसरे और उनकी पत्नी को कोल्हापुर में गोली मार दी थी। सरकार कॉमरेड पानसरे को शुक्रवार रात एयर एंबुलेंस से मुंबई लेकर आई, लेकिन फेफड़ों से काफी खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई।