पश्चिम बंगाल में नन गैंगरेप मामले में दो गिरफ्तार

कोलकाता/मुंबई:

सीआईडी ने नदिया जिले के कान्वेंट स्कूल में 71 वर्षीय नन के साथ गैंगरेप के सिलसिले में गुरुवार को दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक को पश्चिम बंगाल से और दूसरे को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। घटना 12 दिन पहले पश्चिम बंगाल के रानाघाट में हुई थी।

सीआईडी के महानिरीक्षक (अभियान) दिलीप अदक ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पहली गिरफ्तारी मुंबई में की गई, जहां सिकंदर शेख उर्फ सलीम को तड़के गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं गोपाल सरकार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में हावड़ा से गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा कि सलीम ने पूछताछ के दौरान कबूल कर लिया कि वह अपराध में शामिल था। उसे पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुंबई पुलिस की मदद से दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा, 'हमें आगे पूछताछ के बाद और जानकारी मिलेगी।'

आईजी सीआईडी ने कहा कि दूसरा बांग्लादेशी नागरिक सरकार है, जो अवैध तरीके से 2002 से पश्चिम बंगाल में रह रहा था। उसने इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों को शरण दी थी। उन्होंने कहा, 'हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। हमें पता चल जाएगा कि अपराध में अन्य कौन लोग शामिल थे। हम इस स्तर पर ज्यादा कुछ नहीं बता सकते। उन्हें शुक्रवार को अदालत में पेश करेंगे।'

इस बीच सलीम को रानाघाट में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पापिया दास की अदालत में पेश किया गया और 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जीसस एंड मैरी कान्वेंट स्कूल की नन के साथ 14 मार्च को तड़के पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में गंगनापुर में गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना पर पूरे देश में आक्रोश देखा गया। घटना में सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे।

रानाघाट सब-सेक्शन के स्कूल के सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल में पता चला कि घटना में कथित तौर पर चार लोग शामिल थे। यह गिरोह स्कूल में घुसा और इनमें से तीन से चार लोगों ने महिला का मुंह बंद करके उसके साथ रेप किया था। यह गिरोह अलमारी के लॉकर में रखे 12 लाख रुपये भी लेकर फरार हो गया।

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नन को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के बाद एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।