Bharat Bandh On 10 September: आज क्यों है भारत बंद, जानिए कौन-कौन सी पार्टियां कर रही हैं इसका समर्थन

Bharat Bandh On 10 September 2018: पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ने और रुपये की कीमत कम होने के विरोध में कांग्रेस (Congress) ने 10 सितंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) का आवाह्न किया.

Bharat Bandh On 10 September: आज क्यों है भारत बंद, जानिए कौन-कौन सी पार्टियां कर रही हैं इसका समर्थन

Bharat Bandh On 10 September 2018: कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया.

खास बातें

  • पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का भारत बंद
  • कांग्रेस के भारत बंद को 20 से अधिक पार्टियों का समर्थन
  • 28 सितंबर को भी व्यापारियों के संगठन ने भारत बंद का किया आह्वान
नई दिल्ली:

Bharat Bandh On 10 September 2018: पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ने और रुपये की कीमत कम होने के विरोध में कांग्रेस (Congress) ने सोमवार 10 सितंबर को भारत बंद (Bharat Bandh)का आवाह्न किया. भारत बंद को 20 राजनीतिक पार्टियों का समर्थन है. पार्टी के अनुसार भारत बंद को समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), जनता दल एस (जेडीएस), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कई अन्य दलों का भी समर्थन है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पार्टी चाहती है कि डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के अंतर्गत लाया जाए, जिससे इनकी कीमतों में 15 से 18 रुपये की कमी आएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र ने पिछले चार साल में ईंधन पर उत्पाद शुल्क लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है और सरकारी खजाना भरने के लिए यह राशि आम आदमी से ली है. बता दें कि अगस्त के मध्य से अब तक पेट्रोल 3.42 रुपये प्रति लीटर और डीजल 3.84 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है.

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आम जन-जीवन पर पड़ेगा असर!
भारत बंद का आम जन-जीवन पर भी असर पड़ सकता है. विपक्ष की पूरी कोशिश है कि बंद को पूरी तरह से सफल बनाया जाए. कांग्रेस का कहना है कि उसकी ओर से बुलाया गया 'भारत बंद' सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि आम जनता को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े.

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तृणमूल कांग्रेस ने भारत बंद से बनाई दूरी
तृणमूल कांग्रेस ने भारत बंद से दूरी बना ली है. पार्टी ने कहा कि वह पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को उठाती रहेगी, लेकिन विपक्षी पार्टियों के 10 सितंबर के भारत बंद को अपना समर्थन नहीं देगी. पार्टी महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा कि इसके बजाय तृणमूल कांग्रेस उस दिन पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और रुपये के गिरते मूल्य के विरोध में समूचे राज्य में प्रदर्शन करेगी. पार्था चटर्जी ने कहा, 'हमलोग हड़ताल का विरोध नहीं कर रहे हैं और न ही हम इसमें हिस्सा ले रहे हैं.' उन्होंने कहा कि तृणमूल नहीं चाहती कि इससे जनजीवन प्रभावित हो. 
 
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कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं से की यह अपील
कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है वे भारत बंद के दौरान शांति बनाए रखें और किसी तरह के हिंसक प्रदर्शन में शामिल न हों. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बंद को हिंसा मुक्त बनाने का अनुरोध करता हूं. हम महात्मा गांधी की पार्टी के हैं और हमें अपने आप को किसी हिंसा से नहीं जोड़ना चाहिए.' 

रिकॉर्ड ऊंचाई पर पेट्रोल-डीजल के दाम
रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गए. रविवार को पेट्रोल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. दिल्ली में रविवार को पेट्रोल की कीमत 80.50 रुपये और डीजल की कीमत 72.61 रुपये प्रति लीटर हो गई. यह ईंधन की कीमत का नया उच्च स्तर है. सभी मेट्रो शहरों और अधिकतर राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में ईंधन की कीमत सबसे कम है. 

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बंद में शिवसेना नहीं लेगी हिस्सा, मनसे होगी शामिल 
भारत बंद में हिस्सा लेने के कांग्रेस के अनुरोध को शिवसेना ने ठुकरा दिया है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्होंने शिवसेना से आग्रह किया था. चव्हाण ने कहा कि 'हमें उम्मीद है कि शिवसेना इसका समर्थन करेगी. कीमत में बढ़ोतरी के खिलाफ खुलकर आने के लिए मैंने निजी तौर पर (शिवसेना के राज्यसभा सदस्य) संजय राउत से बात की है, लेकिन हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं.' कांग्रेस के आग्रह पर जवाब देते हुए राउत ने कहा कि शिवसेना बंद में हिस्सा नहीं लेगी. वहीं, राज ठाकरे की मनसे ने रविवार को कहा कि वह बंद में हिस्सा लेगी. राज ठाकरे ने कहा कि मनसे केवल बंद में हिस्सा ही नहीं लेगी, बल्कि सक्रिय भागीदारी भी करेगी.

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बिहार में विपक्षी दलों ने लिया यह 'संकल्प'
बिहार के विपक्षी दलों ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढी कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के 'भारत बंद' को सफल बनाने का संकल्प लिया. पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में राजद, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम), रांकपा सहित विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने बंद को सफल बनाने का संकल्प लिया और विभिन्न व्यापार और उद्योग संगठनों से भारत को बंद को सफल बनाने की अपील की. इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह, एम एम झा एवं प्रेमचंद मिश्र, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, हम के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, समाजवादी जनता पार्टी (चंद्रशेखर गुट) के राष्ट्रीय संयोजक विशेश्वर नाथ सिंह, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनिल कुमार सिंह और लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश महासचिव शिवशंकर कुशवाहा उपस्थित थे. कौकब ने कहा कि कल सुबह नौ बजे से अपराहण तीन बजे तक बंद के दौरान दवा की दुकानें, चिकित्सा सेवाओं के एम्बुलेंस और स्कूल बसें उसके दायरे से बाहर रहेंगी. कौकब ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले 52 महीनों में रसोई गैस की कीमत में 340 रुपये की बढोतरी की गई, जबकि रेलवे किराया 6 रुपये प्रति किलोमीटर से बढकर अब 9 रुपये प्रति किलोमीटर हो गया है.

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कच्चे तेल की कीमत कम, फिर ऐसा क्यों?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुमारी ने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 16 मई 2014 को 107.09 डॉलर प्रति बैरल थे जो आज 73 डालर प्रति बैरल हैं. यह कीमत कांग्रेस की अगुवाई वाली संप्रग सरकार की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत कम है. शैलजा ने कहा, 'दैनिक जरूरतों की वस्तुओं के बढ़ती कीमतों ने हर भारतीय का बजट बुरी तरह बिगाड़ दिया है. देश की जनता इस 'ईंधन की लूट' के लिए मोदी सरकार को कभी माफ नहीं करेगी और आम चुनावों में भाजपा को इसका जवाब मिलेगा.'
 
इन राज्यों में सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल
पंजाब और कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल जल्द ही सस्ता हो सकता है. ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) की हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस शासित पंजाब और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों को पेट्रोलियम उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के लिए पहले ही कहा जा चुका है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वैट में दो प्रतिशत की कमी की थी. 

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वसुंधरा ने पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाया
राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वैट को चार-चार प्रतिशत कम करने की घोषणा की. इससे राज्य में पेट्रोल व डीजल ढाई रुपये प्रति लीटर तक सस्ता होगा. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के तहत हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में एक सभा में पेट्रोलियम ईंधन सस्ता करने वाले इस निर्णय की घोषणा की. इसके तहत राज्य में वैट पेट्रोल पर 30 से घटाकर 26 प्रतिशत और डीजल पर 22 से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे सरकार को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी.

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28 सितंबर को भी होगा भारत बंद
शक्ति प्रदर्शन के लिए भारत बंद की होड़ मच गई है. सितंबर में तीसरी बार भारत होगा. सवर्णों के गुरुवार को बंद के बाद अब कांग्रेस ने जहां ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया है, वहीं व्यापारियों के बड़े संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने 28 सितंबर को देश बंद का ऐलान किया है.वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे और खुदरा कारोबार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोध में अपने आंदोलन को तेज करते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आगामी 28 सितंबर को भारत व्यापार बंद का आह्वान किया है.

VIDEO : पेट्रोल-डीजल के दाम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी


हाल में सवर्णों ने भी किया था भारत बंद
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध को लेकर कुछ सवर्ण संगठनों द्वारा 6 सितम्बर को ‘भारत बंद’ (Bharat Bandh) बुलाया गया था. बंद का सबसे ज्‍यादा असर मध्‍य प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश और बिहार में देखने को मिला. 


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