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नई दिल्ली: हैदराबाद में नागरिकता क़ानून (CAA) के ख़िलाफ़ हिरासत में लिए गए भीम आर्मी (Bhim Army) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekar Azad) को दिल्ली लाया गया है. चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि सबको प्रदर्शन की इजाज़त मिल रही है लेकिन मुझे रोका जा रहा है. चंद्रशेखर ने NDTV से बात की जिसमें उन्होंने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने कहा लॉ एंड ऑर्डर खराब हो जाएगा लेकिन सबको इजाजत दी जा रही है, केवल हमें नहीं दी जा रही. उन्होंने कहा कि हमारी तो सरकार और प्रशासन कोई सुनता नहीं है, केवल कोर्ट सुन रही है. आजाद ने कहा, 'यहां दोमुही बात हो रही है. कई सरकारें CAA और एनआरसी का तो विरोध कर रही हैं लेकिन एनपीआर को अपने यहां लागू कर रहे हैं. जबकि हम बार-बार यही समझा रहे हैं कि एनपीआर से ही एनआरसी होगी.
जब उनसे पूछा गया कि आप शाहीन बाग और दरियागंज क्यों गए तो उन्होंने कहा कि जहां विरोध हो रहा है वहां आंदोलन को मजबूत करने के लिए जाना जरूरी है. लोकतंत्र की खूबसूरती ही यही है. आज यूपी कोर्ट का आदेश भी आया है कि जिन जगहों पर प्रदर्शनों के दौरान लोगों की मौत हुई है वहां पुलिस और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होंगे. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीएए किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा. इसके जवाब में चंद्रशेखर ने कहा कि जिस तरह की बात गृह मंत्री करते हैं वो लोकतंत्र की भाषा नहीं होती है. जनता जिसे ना चाहे उसे वापस ले लेकिन वो ध्रुविकरण करना चाह रही है. ये कानून किसी जाति और धर्म के खिलाफ नहीं पूरे मुल्क के खिलाफ है. जिस दिन से हमने आंदोलन शुरू किया बहुजन के लोग साथ आने लगे. हमने संविधान पढ़ा तो ये सरकार को गुनाह लगा.
उन्होंने कहा, 'तेलंगाना में हालात बहुत खराब हैं. शाहीन बाग़ से किसी को परेशानी नहीं है. एम्बुलेंस के लिए रास्ता खुला है. आंदोलन से परेशानी सरकार को हो रही है. हमेशा से दिखाया गया कि मुसलमान संविधान नहीं मानता है लेकिन ऐसा नहीं है. शाहीन बाग़ का आंदोलन जनता चला रही है. सब जुड़ रहे हैं. सरकार को झुकना पड़ेगा.' दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर आजाद ने कहा कि वो दिल्ली में बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे. हालांकि वो किसी पार्टी का पक्ष नहीं लेंगे. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी दिल्ली में बुरी तरह हारेगी.