मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, मायावती के बाद अब अखिलेश यादव की सपा साथ नहीं लड़ेगी चुनाव

मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के बाद अब समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस को झटका दिया है.

मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, मायावती के बाद अब अखिलेश यादव की सपा साथ नहीं लड़ेगी चुनाव

अखिलेश यादव की पार्टी कांग्रेस के साथ चुनाव नहीं लडे़गी

नई दिल्ली:

आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर है. मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के बाद अब अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस को झटका दिया है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज ऐलान किया कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से ही गठबंधन करेगी. अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस ने बहुत ज़्यादा इंतज़ार कराया है और अब वो इंतज़ार नहीं कर सकते. अखिलेश ने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ में भी बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से बात करेगी. 


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ऐलान के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति में कोई किसी का इंतजार नहीं करता. हम कब तक उनका इंतजार करता. हालांकि, उन्होंने लोकसभा चुनाव में गठबंधन करेंगे या नहीं, इस पर अभी तक कुछ नहीं बोला. 

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इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया था कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव नहीं लड़ेगी. साथ ही मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस उनकी पार्टी के अस्तित्व को खत्म करना चाहती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी चाहते थे कि बसपा के साथ गठबंधन हो, मगर दिग्विजय सिंह और अन्य कई नेता नहीं चाहते थे कि बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो. 

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बहरहाल, मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल सीटें 230 हैं. जिनमें से बीजेपी- 165, कांग्रेस- 58, बीएसपी- 4 और निर्दलीय- 4 हैं.  मध्य प्रदेश में 2003 से भाजपा की सरकार है और 2005 से शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं. उससे पहले कांग्रेस की सरकार थी, जिसमें दिग्विजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री थे. 

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