यह ख़बर 21 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

बिहार विधानसभा में जमीन आवंटन पर हंगामा जारी

खास बातें

  • बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन भी बियाडा द्वारा रसूख वालों को जमीन देने को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।
Patna:

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे और अंतिम दिन गुरुवार को भी बिहार राज्य औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) द्वारा कथित तौर पर जमीन आवंटन में गड़बड़ी और रसूख वालों को जमीन देने को लेकर विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य एकजुट होकर हंगामा करने लगे और सदन के बीचोंबीच आ गए। इस दौरान अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कई बार विपक्षी सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया, लेकिन वे नहीं माने। हंगामे के कारण अंत में सदन को 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा। इसके पूर्व भी सदन के बाहर विपक्षी सदस्यों ने तख्तियों और पोस्टरों के साथ नारेबाजी की। इधर, विधानसभा में विपक्षी दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराई जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पूरा विपक्ष एक है। विपक्षी सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की भी मांग की है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्य सचिव अनुप मुखर्जी से इस पूरे मामले की जानकारी मांगी। इस मुद्दे पर मंगलवार से ही सदन में विपक्षी दलों के लोग हंगामा कर रहे हैं। आरोप है कि बिहार सरकार की एक इकाई बियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र की भूमि की रेवड़ियों की तरह बंदरबांट की गई है। आरोप लगाया गया है कि राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री पीके शाही की पुत्री, जनता दल (युनाइटेड) के जगदीश शर्मा के पुत्र, राज्य के समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अफजल अमानुल्लाह की पुत्री को गलत तरीके से जमीन आवंटित की गई है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक अवधेश नारायण सिंह के पुत्र तथा विधान पार्षद अशोक चौधरी के पुत्र सौरभ चौधरी के नाम पर भी नियम के विरुद्ध जमीन आवंटन किया गया।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com