नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि लालू के बेटे तेजस्वी को खुद को बेदाग साबित करना होगा.(फाइल फोटो)
पटना: मंगलवार को जदयू की तरफ से तेजस्वी यादव को चार दिनों के भीतर लगे आरोपों पर सफाई देने के अल्टीमेटम के बीच राज्य सरकार की बुधवार को अहम कैबिनेट बैठक हो रही है. लालू यादव के परिवार पर छापेमारी के बाद यह पहली कैबिनेट बैठक है. इस बैठक में शामिल होने के लिए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप यादव पहुंच गए हैं. हालांकि जदयू के अल्टीमेटम के बाद ही महागठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपनी चुप्पी तोड़ी और उन्होंने साफ किया कि वे सहयोगी लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से क्या चाहते हैं. तेजस्वी यादव बिहार सरकार में नंबर दो की हैसियत रखते हैं. पार्टी नेताओं की बैठक के बाद जेडीयू पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सीएम नीतीश कुमार की मंशा को सामने रखते हुए कहा, "जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं, उन्हें जनता का सामना करना चाहिए और अपने आपको बेदाग साबित करना चाहिए. हमें भरोसा है कि वे ऐसा करेंगे."
हालांकि जेडीयू ने तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम का पद छोड़ने के लिए कोई दबाव तो नहीं डाला लेकिन बहुत ही सख्त संदेश जरूर दिया. पार्टी ने कहा कि तेजस्वी को अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में सफाई देनी होगी अन्यथा उन्हें सरकार से इस्तीफा देना चाहिए. हालांकि राजद ने इस पर अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा है कि किसी भी सूरत में तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता.
हालांकि इन सबके बीच जेडीयू ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घिरे बिहार के उपमुख्यमंत्रीतेजस्वी यादवके लिए भले ही अल्टीमेटम जारी कर दिया हो लेकिन तेजस्वी इसकी परवाह नहीं करते. पटना में मंगलवार को जिस वक्त जेडीयू की बैठक में उनके खिलाफ एक्शन लिए जाने पर चर्चा हो रही थी, तेजस्वी लगभग उसी समय पटना में अपने घर में भतीजे के साथ क्रिकेट खेल रहे थे. तेजस्वी ने बकायदा अपने फेसबुक अकाउंट में एक वीडियो भी पोस्ट किया और लिखा है, 'खेलिए, मजा लीजिए, खेल का आनंद लीजिए, क्योंकि खेल चरित्र नहीं बताता है, इसे सामने प्रकट भी करता है.'