खास बातें
- बीजेपी की सोशल मीडिया सेल से जुड़ी रहीं एक सदस्य ने किया दावा
- पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी को इस आशय से संबंधित व्हाट्सऐप मैसेज साझा किए
- पिछले साल नवंबर में असहिष्णुता पर बहस के दौरान आमिर ने रखे थे विचार
बीजेपी के आईटी हेड अरविंद गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया सेल को कथित रूप से आदेश दिया था कि वह आमिर खान को स्नैपडील के ब्रांड अंबेसडर से हटाने के लिए एक अभियान चलाए. आज 'इंडियन एक्सप्रेस' अखबार की एक रिपोर्ट में इस आशय की खबर प्रकाशित हुई है. अखबार ने बीजेपी सोशल मीडिया सेल की पूर्व सदस्य साध्वी खोसला के हवाले से यह खबर प्रकाशित की है. खोसला पिछले साल के अंत में बीजेपी की सोशल मीडिया सेल से हट गई थीं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल नवंबर में रामनाथ गोयनका अवार्ड कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे एक्टर आमिर खान ने असहिष्णुता पर अपने विचार रखे थे. उसके दो दिन बाद पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख ने बीजेपी की सोशल मीडिया सेल को आदेश दिया कि इस बयान की मुखालफत करते हुए सोशल मीडिया पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्नैपडील पर दबाव बनाने के लिए सोशल मीडिया कैंपेन चलाए ताकि कंपनी आमिर खान को अपने ब्रांड अंबेसडर पद से हटाने के लिए मजबूर हो जाए. उल्लेखनीय है कि उसके कुछ समय बाद स्नैपडील ने आमिर खान के साथ अपना करार समाप्त कर दिया था.
साध्वी खोसला ने पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी से इस आशय से संबंधित कुछ कथित व्हाट्सऐप मैसेज साझा किए हैं. स्वाति चतुर्वेदी की हाल में प्रकाशित हुई किताब I am a Troll प्रकाशित हुई है. उसमें इसे साझा किया गया है.
आज खबर प्रकाशित होने के बाद से ट्विटर जगत में इसके पक्ष और विपक्ष में प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. इनमें वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और सिद्धार्थ वरदराजन जैसे वरिष्ठ पत्रकारों ने भी इस रिपोर्ट पर ट्विटर पर अपने विचार साझा किए हैं.
राजदीप सरदेसाई ने लिखा है कि बैंजल (स्वाति चतुर्वेदी) ने सोशल मीडिया के भयानक दुरुपयोग के मसले पर बड़ा राजफाश किया है. अभी उनकी किताब पढ़कर खत्म की है.
दिलीप चेरियन ने लिखा कि आज सुबह नींद खुली तो जाना कि आखिर स्नैपडील को आमिर हटाने को हटाने के लिए किस तरह माहौल बनाया गया.
सिद्धार्थ वरदराजन ने लिखा कि बैंजल ने बताया है कि किस तरह बीजेपी ने आमिर खान को अपनी बात रखने के लिए भारी कीमत चुकाना सुनिश्चित किया.
वहीं गौरव प्रधान ने लिखा कि इंडियन एक्सप्रेस की यह स्टोरी प्लांटेड है. आमिर को हटाने वाला वह अभियान मैंने शुरू किया था. बीजेपी आईटी सेल ने वह अभियान नहीं शुरू किया था.
क्या कहा था आमिर खान ने
दरअसल आमिर खान पिछले साल 23 नवंबर को रामनाथ गोयनका अवार्ड कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. उस दौरान पूरे देश में असहिष्णुता पर बहस चल रही थी. उसी पृष्ठभूमि में जब उनसे इस आशय से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि देश में असहिष्णुता के चलते उनका परिवार भी असुरक्षित महसूस करता है. उन्होंने कहा था, ''पहले की तुलना में थोड़ा डर है. मुझे लगता है कि थोड़ी असुरक्षा है... किरण और मैं अपनी पूरी जिंदगी भारत में रहे हैं. पहली बार उसने कहा कि क्या हमें भारत से बाहर जाना चाहिए.''