यह ख़बर 01 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

मोदी और आडवाणी के बीच कोई मुद्दा नहीं : जेटली

खास बातें

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि देश की जनता वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी के खत से ज्यादा खत में लिखी बातों पर ज्यादा जानना चाहती है।
नई दिल्ली:

भाजपा की राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक का दूसरा दिन है। बैठक के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि देश की जनता वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी के खत से ज्यादा खत में लिखी बातों पर ज्यादा जानना चाहती है। वहीं, जेटली ने एक बार फिर यह साफ कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के बीच कोई मामला नहीं है। इसके अलावा उऩका कहना है कि बैठक में आनेवाले विधानसभा चुनाव पर चर्चा के साथ-साथ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा हुई। उनका कहना है कि पार्टी यह मानती है कि आतंकवाद कुछ समय बाद फिर उभरा है। उन्होंने कहा कि सरकार की कार्यशैली में अहंकार शामिल हो गया है। और साफ दिखाई दे रहा है कि पीएम का आत्मविश्वास कम हो रहा है। भाजपा का मानना है कि सरकार बहुत लंबा नहीं चल पाएगी। जेटली ने कहा कि भाजपा एक वैकल्पिक सरकार के लिए तैयार होगी। उन्होंने यूपीए पर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने की बात भी कही। हालांकि फिलहाल पार्टी में चल रहा अंदरुनी कलह ही नेताओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। परेशानी की सबसे बड़ी वजह है बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की गैरमौज़ूदगी और इस पर खुलकर कोई भी नेता कुछ भी कहने से बच रहा है। सुषमा स्वराज ने सवाल को अनसुना कर दिया तो वहीं रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पार्टी में एकता है। गौरतलब है राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब मोदी और आडवाणी के बीच तनाव की खबर है। उम्मीद है कि आज आडवाणी इस बात का ऐलान करेंगे कि वो पीएम पद के दावेदार नहीं हैं। हालांकि पार्टी के कुछ नेता अभी भी आडवाणी के पक्ष में हैं। वहीं बैठक में आए कई भाजपा नेताओं ने मोदी के नाम को आगे बढ़ाया है तो कुछ ने वक्त के इंतज़ार की बात कही है। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने आडवाणी रथ यात्रा के गुजरात से शुरू होने का विरोध किया था तो आडवाणी ने अपनी यात्रा बिहार से करने की घोषणा कर दी जिसे हरी झंडी नीतीश कुमार दिखाएंगे। आज की बैठक में आडवाणी की यात्रा पर भी चर्चा होने की पूरी संभावना है। भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी अपनी रथयात्रा बिहार से 11 अक्तूबर को शुरु करेंगे। महाराष्ट्र के लोगों तक पहली बार वो 17 अक्तूबर को नागपुर पहुंचेंगे। 18 अक्तूबर को उनका रथ पांढरकवड़ा जाएगा। वहां से वो आंध्र प्रदेश चले जाएंगे। एक नवंबर को आडवाणी गोवा पहुंचेंगे। वहां से दो नवंबर को एक बार फिर वो कोंकण के बांदा में प्रवेश करेंगे फिर कोल्हापुर जाएंगे। तीन नवंबर को आडवाणी का रथ पुणे पहुंचेगा जबकि 4 नवंबर को वो मुंबई आएंगे। मुंबई से आडवाणी गुजरात की तरफ कूच कर जाएंगे।


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