बीजेपी विधायक बुक्कल नवाब का हनुमान जी पर विवादित बयान..
खास बातें
- बीजेपी विधायक का विवादित बयान
- हनुमान जी को बताया मुसलमान
- 'मुसलमानों के नाम उन्हीं के नाम पर रखे जाते'
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक बुक्कल नवाब (Bukkal Nawab) ने हनुमान जी को मुसलमान बता दिया. बुक्कल नवाब ने कहा कि हनुमान जी मुसलमान थे. बुक्कल नवाब का कहना है कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं - रहमान, रमज़ान, फरमान, ज़ीशान, कुर्बान - जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं.' बुक्कल नवाब कहते हैं कि करीब 100 नाम ऐसे हैं, जो हनुमानजी पर ही आधारित हैं. हिंदू भाई हनुमान जी नाम रख लेंगें, लेकिन सुल्तान नहीं मिलेगा, अरमान, रहमान, रमजान नहीं रख सकते.
बुक्कल नवाब के हनुमान जी पर दिए गए बयान से सियासत तेज हो गई है. विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने कहा कि भाजपावाले पहले तय कर लें कि हनुमान जी हैं क्या? कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकार सिंह ने कहा कि भाजपा समाज को बांटने की राजनीति करती है और बुक्कल नवाब का आया ताजा बयान समाज को बांटने वाला है. समाज को जातियों, धर्मो में बांटने की राजनीति यही लोग करते हैं. वहीं, कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने कहा, 'भाजपा पहले तय कर ले कि हनुमानजी की जाति क्या है? हमें तो सिर्फ इतना पता है कि हनुमानजी सभी के इष्ट देवता हैं. वह पवनसुत हनुमान हैं और वह हमेशा से हम सभी के इष्ट थे और रहेंगे.'
समाजवादी पार्टी के एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री, सभी हनुमानजी की जाति बताने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री हनुमान को दलित बताते हैं तो उनके एक मंत्री जाट बताते हैं. वहीं, अब बुक्कल नवाब उन्हें मुस्लिम बता रहे हैं. अब तो सरकार में ही एकजुटता नहीं दिख रही है.
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान राजस्थान के अलवर में एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान बजरंगबली यानी हनुमान जी को दलित बताया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हनुमान जी दलित और वंचित हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 'बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वंय वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं. भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पुरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं.'
हनुमानजी की जाति को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद से खूब सियासत हुई. न सिर्फ विपक्ष बल्कि उनके अपने ही मंत्री ने उनपर निशाना साधा था. भगवान हनुमान को दलित बताने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राज्य के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि भगवान को जातियों में बांटना गलत है. एक जनसभा को संबोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने विवादित बयान देने के लिए अपनी ही सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि भगवान को जातियों में बांटना गलत है और इसी विवाद की वजह से दलित समुदाय अब हनुमान मंदिरों को अपने अधिकार में लेने की मांग कर रहा है.
VIDEO में देखें क्या कहा था योगी आदित्यनाथ ने-
बता दें कि इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के ही एक जिले में जहां दलित समुदाय द्वारा बजरंगबली के एक मंदिर पर कब्जे की खबर सामने आई, तो अब पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हनुमान जी का जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है. इसके लिए बाकायदा आवेदन किया गया है.
जिला मुख्यालय पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने बजरंगबली के जाति प्रमाण पत्र की मांग की. इसके लिये कार्यकर्ताओं ने बाकायदा जाति प्रमाण पत्र प्राप्त का आवेदन फॉर्म भरा. रोचक बात यह है कि कार्यकर्ताओं ने आवेदन फॉर्म में वांछित जानकारी भी भरी है. जैसे, बजरंगबली के पिता का नाम महाराज केशरी, जाति में वनवासी आदि भरा हुआ है.
कार्यकर्ता फॉर्म लेकर कार्यालय में गए और जाति प्रमाणपत्र की मांग की. प्रगतिशील युवजन सभा के लोग हनुमान जी के दलित होने पर उनके आरक्षण की भी मांग कर रहे है. सभा के जिला अध्यक्ष हरीश मिश्रा कहते हैं कि पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था. उसी क्रम में आज यहां उनके जाती प्रमाण के लिए आवेदन दिया गया.
VIDEO : दुनिया विज्ञान पर बात करती है और हम हनुमान जी की जाति पर