बीजेपी के तरुण विजय ने नस्ली टिप्पणी कर चौंकाया, बाद में माफी मांगी

बीजेपी के तरुण विजय ने नस्ली टिप्पणी कर चौंकाया, बाद में माफी मांगी

नस्लभेद से जुड़े एक बयान के बाद तरुण विजय को माफी मांगनी पड़ी

खास बातें

  • तरुण विजय ने एक टीवी डिबेट में नस्ली टिप्पणी की थी
  • उन्होंने कहा था कि अगर भारतीय नस्ली होते तो दक्षिण भारतीयों के साथ न रहते
  • बाद में तरुण ने माफी मांगी और कहा कि वह ऐसा कहना नहीं चाह रहे थे
नई दिल्ली:

बीजेपी के नेता तरुण विजय को तब अपने शब्द वापस लेने पड़ गए जब वह भारत में फैले नस्लवाद के मुद्दे पर बात करते हुए एक नस्लभेदी टिप्पणी ही कर बैठे. अंतरराष्ट्रीय मीडिया हाउस से हो रही एक बातचीत के दौरान विजय ने कहा था कि भारतीयों को नस्ली कहना गलत होगा क्योंकि अगर ऐसा होता तो हम दक्षिण भारतीयों के साथ कैसे रह पाते. बाद में विजय ने इस बयान पर माफी मांगते हुए कहा कि शायद उनके शब्दों पूरी बात ठीक से नहीं कह पाए. उन्होंने माफी मांगते हुए लिखा कि उनके कहने का मतलब यह नहीं था जो समझ लिया गया.

ट्विटर पर सफाई देते हुए तरुण विजय ने लिखा कि उनके कहने का मतलब यह था कि 'हमारे देश के कई हिस्सों में अलग अलग और विभिन्न रंग के लोग रहते हैं लेकिन हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया.'
 


बताया जा रहा है कि भारत में नस्लभेद की समस्या पर एक टीवी डिबेट में हिस्सा लेने के दौरान तरुण विजय ने दक्षिण भारतीयों की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि 'हमारे आसपास कितने काले लोग हैं.' हालांकि ट्विटर पर आक्रोश का सामना करने के बाद विजय ने कहा है कि उन्होंने गलती से भी दक्षिण भारतीयों के लिए काले शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है.
 
उन्होंने ट्वीट किया कि - मैंने कहा था कि हम कृष्ण की पूजा करते हैं जिसका मतलब काला होता है. नस्लभेद और रंगभेद का विरोध करने वाले हम पहले थे और हम खुद ब्रिटिश काल में नस्लभेद का शिकार रहे हैं. इस मामले पर बीजेपी की प्रवक्ता शायना एनसी ने कहा है कि तरुण अपनी बात बेहतर तरीके से कह सकते थे.

इस मामले पर बीजेपी की प्रवक्ता शायना एनसी ने कहा है कि तरुण अपनी बात बेहतर तरीके से कह सकते थे. बता दें कि तरुण विजय सांसद रहे चुके हैं और तमिल कवि थिरुवल्लुवर के प्रशंसक रहे हैं.

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