यह ख़बर 08 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बोधगया धमाके : IM का एक संदिग्ध सदस्य गिरफ्तार, CCTV फुटेज जारी

खास बातें

  • बिहार के डीजीपी ने सोमवार को मीडिया से कहा कि बोधगया में कुल 10 बमों में विस्फोट हुआ था और तीन बम को निष्क्रिय किया गया था। इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि कुल नौ बम धमाके हुए थे।
नई दिल्ली:

बोधगया में रविवार को हुए धमाकों की जांच जारी है। धमाकों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कुल नौ धमाके हुए हैं, तीन बमों को निष्क्रिय कर दिया गया था। साथ ही उनका कहना है कि धमाकों की जांच एनआईए से कराने की सिफारिश की गई। धमाकों के पीछे जो भी होगा उसे सजा दिलाई जाएगी। साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मंदिर के लिए सीआईएसएफ की सुरक्षा की मांग की गई है। नीतीश के मीडिया बातचीत के बाद राज्य के डीजीपी मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि कुल 10 बमों में विस्फोट हुआ था जबकि तीन बमों को निष्क्रिय किया गया था।

उधर, पुलिस ने धमाकों के सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए हैं। ये तस्वीरें बताती हैं कि धमाके कहां−कहां हुए। लोग इन तस्वीरों में भागते हुए दिख रहे हैं। इस बीच पुलिस ने विनोद मिस्त्री नाम के एक शख्स को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। विनोद मिस्त्री का आइकार्ड मंदिर परिसर में मिला है। पुलिस ने बताया है कि मंदिर परिसर में कुल 16 सीसीटीवी कैमरे लगे थे जिनमें 15 काम कर रहे थे।

मंदिर में पूजा आज शुरू हो गई है और शाम को इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि इन धमाकों में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया।

मंदिर से मिले काफी सीसीटीवी फुटेज एनआईए ने अपने पास रख ली है ताकि जांच में किसी प्रकार की खलल न पैदा हो। आज भी एनआईए की टीम मंदिर में जांच करेगी, जिसके बाद शाम तक मंदिर के एक बार फिर आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया जाएगा।

वहीं, पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से इंडियन मुजाहिद्दीन के एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया है। गिरफ्तार अनवर हुसैन मलिक को पुलिस ने शनिवार को 1.90 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था।

बताया जा रहा है कि 2010 में पुणे में जर्मन बेकरी धमाकों में मलिक ने ही विस्फोटक उपलब्ध कराए थे। मलिक से पुलिस बोधगया में हुए सिलसिलेवार धमाकों के लिए पूछताछ करेगी।

बिहार के डीजीपी ने बताया कि एनआईए की टीम के घटनास्थल के निरीक्षण और सबूतों के इकट्ठा हो जाने के बाद ही मंदिर को दोबारा दर्शन के लिए खोला जाएगा। बिहार पुलिस ने बताया है कि घटनास्थल की जांच फॉरेंसिक टीम ने भी की है, जिसके बाद वहां से इकट्ठा किए गए नमूनों की जांच की जा रही है।

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गौरतलब है कि बिहार में गया जिले के बोधगया स्थित 1,500 वर्ष पुराने महाबोधि मंदिर परिसर में रविवार सुबह नौ सिलसिलेवार विस्फोट होने की खबर थी, जिसमें दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गए। विस्फोटों से हालांकि मंदिर और भगवान बुद्ध की प्रतिमा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। घटना के बाद बोधगया तथा राज्य के अन्य संवेदनशील स्थानों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।