गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन : सुरक्षा इतंजाम पुख्ता, सभी बीच किले में तब्दील, यातायात पर प्रतिबंध

गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन :  सुरक्षा इतंजाम पुख्ता, सभी बीच किले में तब्दील, यातायात पर प्रतिबंध

गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन आज से

खास बातें

  • ब्रिक्स समिट के मद्देनज़र गोवा में सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम
  • हरेक महत्वपूर्ण एनएच पर पुलिसबलों की भारी तैनाती
  • डंबोलिम एयरपोर्ट और उसके आस-पास आम यातायात पर कई प्रतिबंध
गोवा:

ब्रिक्स समिट के मद्देनज़र गोवा में सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं. गोवा के बीचों को क़िले में तब्दील कर दिया गया है. सम्मेलन स्थल के रास्तों और हरेक महत्वपूर्ण एनएच पर पुलिसबलों की भारी तैनाती की गई है.

समुद्र किनारे बेनौलिम में बने होटल ताज एक्जोटिका सजधज कर तैयार है. इसके खुले और बड़े खुल लॉन में मंच पर ब्रिक्स का लोगो है और पीछे बड़ा सा गुंबद. यहीं ब्रिक्स के तमाम राष्टध्यक्ष इकठ्ठा होंगेऔर ग्रुप फोटो खींचा जाएगा. समिट आज से साउथ गोवा के बेनाउलिम गांव में शुरू हो रहा है.प्रधानमंत्री मोदी सहित 11 देशों के शासनाध्यक्ष और राष्ट्राध्यक्ष दो दिनों तक बैठक करेंगे.

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यूं तो पूरा दक्षिणी गोवा छावनी में बदला प्रतीत होता है लेकिन ताज के आसपास की सुरक्षा ऐसी कड़ी है कि परिन्दा भी पर न मार सके. सड़कें संकरी हैं लिहाज़ा ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ साथ सुरक्षबल के जवानों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.

खुला समंदर सुरक्षा के खतरे को बढ़ाता है इसलिए होटल से लगे बीच को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. यहां सीआरपीएफ और सीआईएसफ के साथ साथ एनएसजी को भी तैनात किया गया है. भारतीय सेना ने रडार और भारी मशीनगन्स के साथ मोर्चेबंदी कर रखी है.

सुरक्षा के लिहाज से डंबोलिम एयरपोर्ट और उसके आस-पास आम यातायात पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं. गोवा पुलिस की मदद के लिए पारा-मिलिट्री फ़ोर्सेस की 7 टुकड़ियों को लगाया गया है. इसके अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक की पुलिस बल को भी सुरक्षा का ज़िम्मा दिया गया है. वहीं कोस्टगार्ड को हवाई सर्वेक्षण और अरब सागर पर नज़र रखने का ज़िम्मा मिला है. सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी नेताओं को एयरपोर्ट के क़रीब बने नेवल बेस आईएनएस हंसा पर उतारा जाएगा.

हालांकि अभी गोवा मे सैलानियों का सीज़न नहीं है लेकिन जो सैलानी यहां हैं उन्हें भी इस पूरे इलाके से दूर रखा जा रहा है. शुक्रवार से सोमवार तक ये पाबंदी रहेगी. आयोजन बड़ा है और इसका विश्वव्यापी महत्व है इसलिए गोवा के लोगों को इसकी अहमियत पता है. वे इस बात की शिकायत नहीं कर रहे कि आख़िर उनकी ज़िंदगी पिछले कुछ दिनों में कैसे प्रभावित हुई है और बिजनेस पर भी असर पड़ा है.


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