उम्मीदवारों को सता रही चिंता, अपने एजेंटों के लिए खाने की व्यवस्‍था कैसे करें

उम्मीदवारों को सता रही चिंता, अपने एजेंटों के लिए खाने की व्यवस्‍था कैसे करें

प्रतीकात्मक फोटो

कोलकाता:

विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना शुरू होने की घड़ी करीब आने के साथ ही सभी दलों के उम्मीदवारों के सामने अपने मतगणना एजेंटों के वास्ते खाने की व्यवस्था करने की विचित्र समस्या आ गई है क्योंकि इन एजेंटों को मतगणना पूरी होने तक मतगणना केंद्रों से बाहर जाने नहीं दिया जाएगा।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता मानस भूइंया ने कहा, मतगणना एजेंट पहले मतगणना प्रक्रिया के दौरान खाना खाने या नाश्ता करने बाहर आ सकते थे, लेकिन इस बार चुनाव आयोग ने कहा कि तड़के मतगणना हॉल के अंदर आ जाने के बाद मतगणना एजेंट पूरी मतगणना प्रक्रिया खत्म हो जाने तक बाहर नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा, 'पहले, मैंने अपने मतगणना एजेंटों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी लेकिन नये नियम के चलते मैंने उन्हें भरपूर नाश्ता ही उपलब्ध कराने का फैसला किया है।'

भूइंया पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पश्चिम मिदनापुर जिले की सबंग सीट से चुनाव लड़े हैं। उन्हीं की जैसी बातें रखते हुए रासबिहारी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस उम्मीरवार सोभनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा, 'मैंने भोजन में बिरयानी और सुबह में उचित नाश्ते के बारे में सोचा थ। लेकिन बदली हुई स्थिति में मैंने उन्हें पौष्टिक ब्रेकफास्ट देने और मतगणना पूरी होने पर उनके बाहर आने पर उन्हें अच्छा भोजन कराने का फैसला किया है।' कुछ माकपा उम्मीदवारों ने अपने मतगणना एजेंटों को ब्रेड टोस्ट, उबले अंडे, केले और मिठाई का ब्रेकफास्ट देने का फैसला किया है।

एक माकपा उम्मीदवार ने कहा, 'चाय और बिस्किट की मतगणना केंद्रों पर अनुमति है। इसलिए, हमने अपने मतगणना एजेंटों को उपयुक्त ब्रेकफास्ट देने का फैसला किया है ताकि उन्हें मतगणना पूरी होने तक अंदर ठहरने पर ज्यादा कोई दिक्कत न हो।'
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)


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