यह ख़बर 05 अक्टूबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

स्कूलों को गुणवत्ता की कसौटी पर कसेगा सीबीएसई

नई दिल्ली:

स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूल गुणवत्ता मूल्यांकन एवं संबद्धता (एसक्यूएए) व्यवस्था पेश की है, जिसके तहत आंतरिक एवं बाह्य मूल्यांकन किया जाएगा।

सीबीएसई के एक अधिकारी ने कहा कि बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों का मूल्यांकन आंतरिक स्वमूल्यांकन तथा बाह्य मूल्यांकन समकक्ष संस्थाओं के आधार पर किया जाएगा।

स्कूलों का मूल्यांकन ऐसी मानक व्यवस्था के तहत किया जाएगा, जो लगातार गुणवत्ता को बढ़ाने को प्रोत्साहित करेगा। बोर्ड इस संबंध में दुनिया में अन्य स्थानों पर गुणवत्ता मूल्यांकन के लिए उपयोग की जा रही व्यवस्था के अनुरूप सीबीएसई से ह्यूमन एजेंट को चुनेंगे। बाह्य मूल्यांकन टीम को पीयर एसेसर टीम (पीएटी) कहा जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई इस पीयर एसेसर टीम में शामिल करने के लिए योग्य और अनुभवी लोगों की तलाश कर रही है। पीयर एसेसर के रूप में समृद्ध सोच तथा व्यापक अनुभव वाले प्राचार्य (कार्यरत या सेवानिवृत्त) अथवा एजुकेटर शामिल होंगे।

बोर्ड ने पीयर एसेसर के रूप में योगदान देने को इच्छुक लोगों से अपना विवरण, शैक्षणिक योग्यता, कार्य अनुभव के साथ 100 शब्दों में यह बताने को कहा है कि वह क्यों पीयर एसेसर बनना चाहते हैं।

बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि स्कूलों का मूल्यांकन करने वाले पीयर एसेसर के चयन की प्रक्रिया को व्यवस्थित एवं पारदर्शी बनाने तथा इनका प्रभावी एवं योग्य कैडर तैयार करने के लिए बोर्ड ने 'ऑनलाइन स्क्रिनिंग टेस्ट' लेने का प्रस्ताव किया है, जो दो खंडों में होगा। इसमें यह देखा जाएगा कि ये बोर्ड की स्कूल गुणवत्ता मूल्यांकन एवं संबद्धता के मानदंडों पर खरा उतरते हैं या नहीं।

टेस्ट में खंड 'अ- में बहु- विकल्प पर आधारित सवाल होंगे, जबकि खंड 'ब' में केस स्टडी होगा। बोर्ड ने इसके लिए इच्छुक लोगों से 30 अक्टूबर तक आवेदन करने को कहा है।


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