लद्दाख के महत्वपूर्ण इलाकों में पीछे हटीं भारत और चीन की सेनाएं - 10 बातें

चीन, पूर्वी लद्दाख के तनाव वाले हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में आज अपने सैनिकों को 2 किमी तक पीछे हटा लेगा. चीन ने गालवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपने सैनिकों को 2 किमी पीछे हटाया है. इसी क्रम में गोगरा (हॉट स्प्रिंग्स के पास) में सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो जाएगी

लद्दाख के महत्वपूर्ण इलाकों में पीछे हटीं भारत और चीन की सेनाएं - 10 बातें

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष के बाद तनाव काफी बढ़ गया था

चीन ने लद्दाख में हॉट स्प्र‍िंग्स समेत विवादित इलाकों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से अपनी सेना को 2 किलोमीटर पीछे हटा लिया है. लद्दाख में चीन से लगी सीमा पर दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच सूत्रों ने खबर दी है कि लद्दाख के हॉट स्प्र‍िंग्स क्षेत्र से चीनी सेना द्वारा 2 किलोमीटर पीछे हटने का काम आज पूरा कर लिया जाएगा. वहीं गोरगा क्षेत्र से पीछे हटने का काम कल यानी बुधवार को पूरा होगा. हालांकि पैंगोंग इलाके को लेकर ऐसी कोई जानकारी फिलहाल नहीं है. बता दें कि सोमवार को सूत्रों के हवाले से लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सेना के पीछे हटने की खबर आई थी. बताया गया था कि चीनी सेना गलवान घाटी में कम से एक किलोमीटर पीछे हटी है. सूत्रों ने बताया था कि चीनी सेना के 15 जून को एलएसी पर झड़प वाली जगह से पेट्रोल पॉइंट 14 से 1.5 से 2 किलोमीटर पीछे हुई है.

मामले से जुड़ी 10 बातें..

  1. गालवान घाटी में चीन के सैनिक लगभग 2 किलोमीटर पीछे हटे हैं. भारत के लिए LAC के आसपास गश्त करने का सबसे दूरस्‍थ बिंदु पेट्रोल प्‍वाइंट 14 (PP 14) पर चीन ने अपना कैंप हटा लिया है. इस कैंप को सोमवार को हटाया गया, इसे 15 जून के हिंसक संघर्ष से पहले बनाया गया था.

  2. पीछे हटने (Disengagement) की प्रक्रिया के हिस्से के तहत भारत सैन्य वार्ता पूरी होने तक पीपी 14 पर 'पेट्रोलिंग' को अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए सहमत हुआ है. हालांकि ड्रोन के जरिए इस इलाके की निगरानी जारी रहेगी.

  3. मंगलवार को चीन ने गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स में अपने सैनिकों को 1.8 किलोमीटर पीछे हटाया. यह पीपी 14 से लगभग 40 किमी दूर है.

  4. विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दोनों पक्षों द्वारा "बॉर्डर फ्लैश प्‍वाइंट" से हटने पर पूरी तरह से सहमत होने और "भारत-चीन सीमा के क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से तनाव को कम करने को लेकर बनी सहमति के बाद यह घटनाक्रम हुआ.

  5. सोमवार को ही विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच फोन पर बातचीत हुई थी, जिसमें दोनों लोगों ने LAC पर शांति स्थापित करने और भारत-चीन सीमा विवाद को बातचीत के जरिेए सुलझाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई.

  6. इन दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि दोनों पक्षों को एलएसी का कड़ाई से सम्मान करना चाहिए और  यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. 

  7. सरकार के बयान में कहा गया है कि भविष्य में किसी भी घटना से बचने के लिए मिलकर काम करना चाहिए जो सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति भंग कर सकती है," लेकिन यह हिस्सा बातचीत में बीजिंग के आधिकारिक नोट में शामिल नहीं था.

  8. चीन ने कहा कि गालवान घाटी में तनाव को कम करने के लिए भरसक प्रयास किया जा रहा है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लेशियन ने कहा, "चीन और भारत के बीच अब तक की वार्ता में एलएसी पर तनाव कम करने को लेकर काफी प्रगति हुई है."

  9. पिछले शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख पहुंचे थे. वो यहां नीमू नाम की जगह पर गए थे, जहां उन्होंने सेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की थी. वो यहां गलवान झड़प में घायल हुए सैनिकों से भी मिलने अस्पताल गए थे.

  10. 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव काफी बढ़ गया था. इस झड़प में 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी, वहीं 40 से ज्यादा चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबर थी.