विपक्ष के विरोध के बीच लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, पढ़ें इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें 

सोमवार को घंटों चली बहस के बाद आखिरकार देर रात नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा (Lok Sabha) से पास हो गया. बिल के पक्ष में 311, जबकि विरोध में 80 वोट पड़े. शिवसेना ने बिल के पक्ष में मतदान किया.

विपक्ष के विरोध के बीच लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, पढ़ें इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें 

लोकसभा में पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल

नई दिल्ली: सोमवार को घंटों चली बहस के बाद आखिरकार देर रात नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा (Lok Sabha) से पास हो गया. बिल के पक्ष में 311, जबकि विरोध में 80 वोट पड़े. शिवसेना ने बिल के पक्ष में मतदान किया. इससे पहले बिल को लेकर सदन में दिन भर चली चर्चा के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सभी सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि ये बिल लाखों- करोड़ों शरणार्थियों को यातनापूर्ण जीवन से मुक्ति दिलाने का जरिया बनने जा रहा है. इस बिल के माध्यम से उन शरणार्थियों को नागरिकता देने का काम होगा. उन्होंने कहा कि सदस्यों ने आर्टिकल-14 का हवाला देते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया. मैं कहना चाहता हूं कि किसी भी तरह से ये बिल गैर संवैधानिक नहीं है न ही ये आर्टिकल-14 का उल्लंघन करता है. अमित शाह ने कहा कि इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर न होता तो मुझे बिल लाने की जरूरत ही नहीं होती, सदन को ये स्वीकार करना होगा कि धर्म के आधार पर विभाजन हुआ है. जिस हिस्से में ज्यादा मुस्लिम रहते थे वो पाकिस्तान बना और दूसरा हिस्सा भारत बना. अब इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. 

पढ़ें 10 बड़ी बातें

  1. लोकसभा में इस बिल के पास होने के बाद पीएम मोदी ने इसे लेकर दी बधाई.उन्होंने खास तौर पर गृहमंत्री अमित शाह को शुक्रिया कहा.

  2. बिल पर चर्चा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि न तो मुस्लिमों को और न ही पूर्वोत्तर में रहने वाले लोगों को इस बिल को लेकर चिंता करने की जरूरत है. 

  3. अमित शाह ने चर्चा के दौरान उन बातों को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसके तहत इस बिल के मुस्लिम विरोधी बताया जा रहा था.

  4. अमित शाह ने उन आरोपों को खारिज किया जिसमें भारत को हिंदू पाकिस्तान बनाने की बात कही जा रही थी. उन्होंने कहा इस तरह की बातें पूरी तरह से गलत हैं. 

  5. अमित शाह ने संसद में चर्चा के दौरान कहा कि इस बिल से पूर्वोत्तर के कई राज्यों और इलाकों को अलग रखा गया है. इन राज्यों और इलाकों में यह बिल लागू नहीं होगा. 

  6. भले ही शिवसेना बीजेपी से महाराष्ट्र में अपना गठबंधन तोड़ लिया हो लेकिन इस बिल को पेश करने को लेकर उसने बीजेपी के पक्ष में अपना मतदान किया. 

  7. कांग्रेस ने इस बिल का कड़े शब्दों में विरोधि किया है. कांग्रेस का मानना है कि यह बिल पूरी तरह से संविधान की अवहेलना करता है. 

  8. कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने इस बिल को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस बिल को लेकर बीजेपी की सोच जिन्ना से मिलती है. 

  9. सांसद असदुद्दीन औवैसी ने इस बिल का विरोध करते हुए इसे सदन में चर्चा के दौरान फाड़ दिया. उन्होंने कहा कि यह बिल मुसलमानों के साथ भेदभाव करने वाला है.

  10. सरकार लोकसभा में इस बिल को पास कराने के बाद इसे अब राज्यसभा में पास कराने में जुटी है. राज्यसभा में बीजेपी को बीजेडी का साथ मिल सकता है.