खास बातें
- गोपाल कांडा की गिरफ़्तारी को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा पर भी दबाव बढ़ गया है।
नई दिल्ली: गोपाल कांडा की गिरफ़्तारी को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा पर भी दबाव बढ़ गया है। बात दें कि गोपाल कांडा एक निर्दलीय विधायक है जिसने पिछले डेढ़ दशक में जमकर दौलत कमाई और हरियाणा की हुड्डा सरकार में गृहराज्य मंत्री बना।
सिरसा में गोपाल कांडा के पास आलीशान महलनुमा बंगला जिसके अहाते की दीवारें जैसे किसी किले की हों। जानकारी के मुताबिक पांच एकड़ में फैले इस आलीशान बंगले को बनाने में क़रीब 100 करोड़ रुपये का खर्च आया।
बता दें कि नब्बे के दशक में जूते की एक दुकान से कारोबार की शुरुआत करने वाला गोपाल कांडा 2008 तक हरियाणा के सबसे अमीर कारोबारियों में से एक बन गया। उसकी किस्मत तब चमकी जब उसने ज़मीन जायदाद में पैसा लगाया।
यही नहीं उसने सुपरसोनिक नाम से एक सॉफ्टवेयर कंपनी भी गुड़गांव में शुरू की और एमडीएलआर एयरलाइन भी लॉन्च की। सिरसा में उसका एमडीएलआर इंटरनेशनल स्कूल भी है और एक स्थानीय न्यूज़ चैनल भी जूते और एयरलाइंस का कारोबार वो अब बंद कर चुका है। 2009 में गोपाल कांडा राजनीति में आया। पहले वह इंडियन नेशनल लोकदल के ओमप्रकाश चौटाला का क़रीबी था बाद में भूपिंदर सिंह हुड्डा के संपर्क में आया।
पिछले विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा से निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीता। चुनाव से पहले अपने एफिडेविट में कांडा ने अपनी संपत्ति साढ़े तिरसठ करोड़ रुपये बताई थी। यही नहीं यह भी माना था कि उस पर दस केस भी चल रहे हैं जिनमें से नौ चेक बाउंस होने के हैं जबकि दसवां बलवे और हमले से जुड़ा है। कांडा परिवार ने सिरसा में अब एक अस्पताल भी बनाने की तैयारी कर ली है।