अनुच्छेद 370 : राहुल गांधी के ट्वीट से भी नहीं साफ हुआ कुछ भी
खास बातें
- अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस फंसी
- पार्टी में कन्फ्यूजन
- नेता अलग-अलग दे रहे हैं बयान
नई दिल्ली: अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस फंसती हुई नजर आ रही है एक ओर जहां संसद में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद सरकार के इस फैसले के पूरी तरह से खिलाफ नजर आ रहे हैं लेकिन पार्टी के ही कुछ नेता इसके हटाने के पक्ष में बोल रहे हैं. वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि अगर पार्टी के इसके खिलाफ कुछ बोलती है तो यह संदेश पूरे देश में अच्छा नहीं जाएगा क्योंकि पूरे देश इसके साथ खड़ा आ रहा है. दूसरी ओर पार्टी के अंदरखाने खबर मिल रही है कि कहा जा रहा है कि जिन नेताओं को कश्मीर में राजनीति करनी है वह इसका विरोध करें और जिनको देश की राजनीति करनी है वह इस पर कुछ न बोलें. लेकिन इस मुद्दे पर कांग्रेस का कन्फ्यूजन इस स्तर का है कि वह अब इसे खत्म करने की प्रक्रिया पर सवाल तो उठा रही है. दूसरी ओर राहुल गांधी ने भी एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर के एकतरफा टुकड़े नहीं किए जा सकते. इसके लिए संविधान को ताक पर रख कर चुने हुए प्रतिनिधियों को जेल में नहीं डाला जा सकता. देश लोगों से बनता है न कि जमीन और जमीन से. कार्यकारी शक्तियों का दुरुपयोग हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है.'
यानी राहुल गांधी के ट्वीट से भी कोई ऐसा संदेश नहीं आ रहा है कि वह सीधे-सीधे अनुच्छेद 370 को खत्म करने का विरोध कर रहे हैं या फिर इसके खत्म करने के तरीके का विरोध कर रहे हैं. दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी, सांसद दीपेंद्र सिंह हु्ड्डा और रायबरेली से कांग्रेस के विधायक अदिति सिंह और जयवीर सिंह शेरगिल ने सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है. हालांकि जयवीर शेरगिल ने इसकी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. लेकिन जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि एक ऐतिहासिक भूल को ठीक कर दिया गया है.
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वहीं इन नेताओं के बयान पर राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने साफ कहा है कि जिन लोगों को कांग्रेस और कश्मीर का इतिहास नहीं पता है मुझे इनकी कोई बात नहीं करना है. पहले यह लोग इतिहास पढ़कर आएं. कुल मिलाकर ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के इस मुद्दे पर उहापोह की स्थिति में है. वहीं बीजेपी इस मामले में एकदम साफ है और वह कांग्रेस के नेताओं के आए बयानों का भी इस्तेमाल कर रहा है.
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