कमलनाथ बोले- राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि वे PM बनना चाहते हैं, कांग्रेस भी जल्दबाजी में नहीं

कमलनाथ ने कहा, 'यह लोकसभा चुनाव के बाद का मुद्दा है. इसके बारे में अभी कुछ भी कहना 'जल्दबाजी' होगी.'

कमलनाथ बोले- राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि वे PM बनना चाहते हैं, कांग्रेस भी जल्दबाजी में नहीं

राहुल गांधी के साथ कमलनाथ. (फाइल तस्वीर)

नई दिल्ली:

विपक्षी दलों के कई नेता 2019 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी गठबंधन की ओर से किसी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किए जाने के खिलाफ लगते हैं. विपक्षी खेमे की प्रतिक्रिया ऐसे समय में सामने आई है, जब द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी होना चाहिए, क्योंकि उनमें भाजपा को शिकस्त देने की क्षमता है. इस पर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने जा रहे कमलनाथ ने भी कहा कि कांग्रेस किसी जल्दबाजी में नहीं है, न ही राहुल गांधी को कोई जल्दी है.

एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कमलनाथ ने कहा, ''मुझे यकीन नहीं है कि लोगों को कोई समस्या होगी. राहुल गांधी ने कभी नहीं कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद चाहिए. इसके बारे में बिना कोई शर्त के साथ सभी साथी दलों से चर्चा की जाएगी और कांग्रेस उसी फैसले के साथ जाएगी.'

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साथ ही कमलनाथ ने कहा, 'यह लोकसभा चुनाव के बाद का मुद्दा है. अगर सभी नेता मिलकर एक नाम तय करते हैं तो वही आखिरी नाम होगा. इसके बारे में अभी कुछ भी कहना 'जल्दबाजी' होगी. आने वाले एक या दो महीने में चीजें और ज्यादा साफ हो जाएंगी'

स्टालिन के राहुल गांधी का नाम प्रधानमंत्री पद के प्रस्तावित करने पर विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'विपक्ष के कई नेता प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में किसी का नाम घोषित किये जाने के खिलाफ हैं. सपा, तेदेपा, बसपा, तृणमूल और राकांपा स्टालिन की घोषणा से सहमत नहीं है. यह जल्दीबाजी है. लोकसभा परिणामों के बाद ही प्रधानमंत्री का निर्णय होगा.'

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द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने रविवार को राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के लिए उनका पुरजोर समर्थन करते हुये कहा कि गांधी वंशज में ‘फासीवादी' नरेन्द्र मोदी सरकार को हराने की क्षमता है. स्टालिन ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मैं प्रस्तावित करता हूं, हम दिल्ली में एक नया प्रधानमंत्री बैठाएंगे. मैं तमिलनाडु से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का प्रस्ताव करता हूं.'

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स्टालिन ने कहा कि राहुल गांधी के पास फासिस्ट नरेंद्र मोदी को हराने की क्षमता है. उन्होंने घोषणा की, "हम राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करेंगे." स्टालिन ने यह घोषणा एक सार्वजनिक सभा में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी, डीएमके नेताओं और कई अन्य पार्टियों के नेताओं की उपस्थिति में की.

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