मलकानगिरि (ओडिशा): वीसी शुक्ला सहित करीब 30 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के 2013 में माओवादियों द्वारा किए गए नरसंहार का मुख्य षड्यंत्रकर्ता आज ओडिशा के मलकानगिरि जिले में जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
सोनाधार 25 मई को शुक्ला, महेन्द्र कर्मा सहित विभिन्न शीर्ष कांग्रेस नेताओं की छत्तीसगढ़ में हत्या के पीछे मुख्य षड्यंत्रकर्ता था। उसे मलकानगिरी में उसके दो अंगरक्षकों के साथ मार गिराया गया।
माथिली क्षेत्र के भेजागुडा जंगल में अभियान चला
मलकानगिरि के पुलिस अधीक्षक मित्रभानु महापात्र ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और जिला वालेंटरी फोर्स (डीवीएफ) की एक टीम ने माथिली क्षेत्र के भेजागुडा जंगल में एक अभियान चलाया। वहां पर इस टीम का माओवादियों के एक समूह से आमना-सामना हुआ।
नक्सली सरगना के दो अंगरक्षक भी मारे गए
उन्होंने बताया कि इसके बाद गोलीबारी हुई जिसमें दरभा (छत्तीसगढ़) माओवादी डिवीजन कमेटी का सचिव सुनधरा और उसके दो अंगरक्षक मारे गए और कई अन्य फरार हो गए। मौके से एक पिस्तौल, कुछ धारदार हथियार, वाकी टॉकी सेट, माओवादियों की पोशाकें और कुछ अन्य नक्सल सामग्री बरामद की गई।
माओवादियों के बीच बड़े रुतबे वाला सुनधरा ओडिशा के माथिली इलाके और छत्तीसगढ़ के दरभा क्षेत्र में कई अपराधों में कथित तौर पर संलिप्त था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद माओवादियों को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2013 में हुआ था नरसंहार
वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की दरबा घाटी में हुए माओवादी हमले में राज्य में कांग्रेस का लगभग पूरा नेतृत्व समाप्त हो गया था। इस हमले में नक्सल विरोधी अभियान सलवा जुडुम चलाने वाले पूर्व गृह मंत्री करमा भी मारे गए थे।