सचिन पायलट की दोबारा वापसी पर कांग्रेस ने क्या रखी है शर्त?

कुछ दिन पहले सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बागियों से कहा था कि अगर वे आलाकमान से माफी मांग लें तो वह उनको दोबारा शामिल कर लेंगे. वहीं रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सचिन पायलट को अपनी स्थिति साफ करें और बातचीत करें. कांग्रेस की ओर से यह दावा किया गया है कि राजस्थान में गहलोत की सरकार को कोई संकट नहीं है.

सचिन पायलट की दोबारा वापसी पर कांग्रेस ने क्या रखी है शर्त?

सचिन पायलट और 18 विधायकों ने बगावत कर रखी है.

नई दिल्ली :

कुछ दिन पहले ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बागियों से कहा था कि अगर वे आलाकमान से माफी मांग लें तो वह उनको दोबारा शामिल कर लेंगे. वहीं रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सचिन पायलट को अपनी स्थिति साफ करें और बातचीत करें. ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस सचिन पायलट के लिए दरवाजे पूरी तरह से बंद नहीं करना चाहती है...क्योंकि सचिन पायलट का न होना कांग्रेस के लिए जातिगत समीकरणों के हिसाब से राजस्थान में बड़ा नुकसान हो सकता है. कांग्रेस की ओर से यह दावा किया गया है कि राजस्थान में गहलोत की सरकार को कोई संकट नहीं है और 14 अगस्त को होने वाले विधानसभा सत्र में बहुमत सिद्ध कर देगी.  कांग्रेस प्रवक्ता ने रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बातचीत में राजस्थान के संकट पर कहा, 'सचिन पायलट को बातचीत करने जरूर आना चाहिए. वो पहले अपनी स्थिति साफ करें तभी उनकी वापसी कोई बातचीत संभव हो सकती है'. 

राजस्थान संकट पर अशोक गहलोत ने PM मोदी से कहा - 'बंद करवाएं यह तमाशा'

वहीं जब सुरजेवाला से पूछा गया कि सचिन पायलट के खिलाफ कठोर शब्दों का इस्तेमाल कर चुके अशोक गहलोत क्या दोबारा बागियों को शामिल करने के लिए तैयार हो जाएंगे तो उनका कहना था कि सरकार गिराने की साजिश के दौरान भी 'भावनाओं को ठेस' पहुंचाने वाली बाते कही गई हैं. सुरजेवाला ने कहा, 'अशोक गहलोत जी ने बहुत ही जिम्मेदार तरीके से काम किया है. उन्होने कहा, ' बीजेपी के साथ मिलकर उनकी सरकार गिराने की साजिश के दौरान उनकी भावनाओं को जो ठेस पहुंची है उस दौरान उनकी की ओर से दिए गए बयानों की आलोचना को विराम देना चाहिए. 

पायलट खेमे की अयोग्यता का मामला, विधानसभा स्पीकर के बाद कांग्रेस के चीफ व्हिप भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे

जब कांग्रेस नेता से पूछा गया कि राजस्थान में कांग्रेस के साथ कितने विधायक हैं तो उनका जवाब था कि उनके पास 102 विधायत हैं. हालांकि इससे पहले सुरजेवाला 109 विधायकों के समर्थन की बात कह चुके हैं. आपको बता दें कि शनिवार के जैसलमेर जहां कांग्रेस के विधायकों को एक होटल में रखा गया है, वहां मीडिया से बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि उनको बागियों से कोई समस्या नहीं है अगर वे पार्टी आलाकमान से माफी मांग लेते हैं. गहलोत ने कहा कि पार्टी आलकमान जो भी कहेगा वो उसे मानेंगे. 

हरियाणा में ठहरे टीम पायलट के विधायक बोले- विधानसभा सत्र में लेंगे हिस्सा

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

आपको बता दें कि सचिन पायलट और उनके साथ 18 विधायकों ने बगावत कर दी है इसके बाद से राजस्थान में कांग्रेस सरकार संकट में आ गई है. हालांकि सचिन पायलट ने साफ कहा है कि वह बीजेपी में नहीं शामिल हो रहे हैं. इस बीच कांग्रेस की ओर से कई बार उनको संदेश भेजा गया है लेकिन उन्होंने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं. (इनपुट पीटीआई से भी)