Coronavirus: Unclock2 की गाइडलाइन में बहुत अधिक रियायतें मिलने की संभावना नहीं

लॉकडाउन का वर्तमान चरण "अनलॉक1" एक जून से लागू हुआ था जो कि मंगलवार को आधी रात में समाप्त होगा

Coronavirus: Unclock2 की गाइडलाइन में बहुत अधिक रियायतें मिलने की संभावना नहीं

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

देश में 5.5 लाख से अधिक COVID-19 के केस हैं और 22 लाख से अधिक लोग क्वारंटाइन में हैं. केंद्र सरकार कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रणनीति बना रही है. सरकार अगले चरण “Unlock2" के लिए गाइडलाइन लेकर आएगी. इसका मतलब यह है कि लोगों की आवाजाही को सीमित करने और आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के दिशानिर्देशों के अलावा, बहुत सारी छूटें मिलने की संभावना नहीं है.

लॉकडाउन का वर्तमान चरण - "अनलॉक1" एक जून से लागू हुआ और मंगलवार को आधी रात में समाप्त होगा. केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकारों से सम्पर्क में है. ये फीडबैक मिल रहा है कि ज़्यादातर राज्यों में COVID-19 मामलों में उछाल देखा जा रहा है. इसके चलते राज्य सरकारें "अनलॉक1" के विस्तार का या तो विरोध कर रहे हैं या नियंत्रण क्षेत्रों में सख्त निगरानी बढ़ा रहे हैं.

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जिन राज्यों में मामलों में बड़ी वृद्धि देखी गई है वे नियमों को कड़ा करने का विकल्प चुन रहे हैं." केंद्रीय गृह मंत्रालय कोरोना वायरस रणनीति का केंद्र बिंदु है और वह पॉजिटिव मामलों और क्वारंटाइन का डेटा एकत्र कर रहा है.

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने यह भी कहा कि केंद्र विशेष रूप से वर्तमान में होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों को लेकर विशेष रूप से चिंतित है. यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी करने की आवश्यकता है कि वे क्वारंटाइन न तोड़ें.

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में होम क्वारंटाइन में रह रहे कुल लोगों में से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में 50 प्रतिशत हैं. इसके बाद गुजरात, छत्तीसगढ़ और ओडिशा का स्थान है. केंद्र ने पहले ही इन राज्यों को सलाह दी है कि वे नियंत्रण क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाएं.

गृह मंत्रालय ने कहा है कि अकेले यूपी में 6,88,396 लोग और महाराष्ट्र में 5,95,391 लोग होम क्वारंटाइन में हैं. केवल दो सप्ताह पहले महाराष्ट्र में 6,11,502 मामले और यूपी 5,72,665 मामले थे. एक वरिष्ठ नौकरशाह ने बताया, "यूपी में अधिक मामले सामने आ रहे हैं क्योंकि टेस्ट बढ़ा दिए गए हैं."

महाराष्ट्र ने पहले ही लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है. जहां तक ​​यूपी का सवाल है, आगरा, मेरठ जैसे शहरों और नोएडा सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अधिकतम पॉजिटिव मरीज और क्वारंटाइन में रह रहे मरीज हैं. यूपी और मध्यप्रदेश दोनों ने डोर-टू-डोर सर्वे की घोषणा की है. इसी तरह की कवायद गोवा, दिल्ली और ओडिशा में करने की योजना है.

इस बीच असम के गुवाहाटी में रविवार शाम को 14 दिनों की तालाबंदी शुरू हुई और तमिलनाडु में लगभग 36,000 लोग क्वारंटाइन में हैं. राज्य सरकार ने संक्रमण में और वृद्धि होने की आशंका जताई है. AIADMK ने  भी दक्षिणी रेलवे से अनुरोध किया कि वह 15 जुलाई तक सात विशेष रेलगाड़ियों को रद्द करे, जो सोमवार से राज्य के भीतर परिचालन के लिए निर्धारित थीं. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी 15 दिनों तक तालाबंदी की घोषणा की है. पूर्वोत्तर राज्य में होम क्वारंटाइन में 1,626 लोग हैं.

दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने COVID-19 मामलों में बड़े उछाल के बाद संशोधित रणनीति को लागू करने के लिए अधिकारियों से कहा है. ऐसे क्षेत्रों की पुनः मैपिंग के बाद कंटेनमेंट जोन 218 से बढ़कर 417 हो गए हैं. लगभग 2.45 लाख लोगों का सर्वेक्षण किया गया है. 

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सरकार की रिपोर्टिंग के साथ गुजरात में तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा  2,38,131 होम क्वारेंटाइन हैं. छत्तीसगढ़ में होम आइसोलेशन में 1,98,147 लोग हैं और ओडिशा में 1,94,206 हैं.