गृह मंत्रालय ने राज्यों को आदेश जारी किया
नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 149 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ भारत में इस वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर 873 हो गई है. कोविड-19 की वजह से अब तक 19 लोगों की जान गई है.इधर सरकार की तरफ से लागू किये गए लॉकडाउन के बाद हजारों की संख्या में मजदूर पैदल ही अपने-अपने गांव की तरफ निकल पड़े थे. जिसके बाद कई तरफ से ये मांग की जाने लगी कि सरकार को गरीबों के लिए व्यवस्था करनी चाहिए. शनिवार को गृहमंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को आदेश जारी किया है. जिसके तहत राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों से कहा गया है कि मजदूरों के लिए SDRF फंड से राहत शिविरों की व्यवस्था की जाए. उनके लिए अस्थायी आवास, भोजन, कपड़े, चिकित्सा की व्यावस्था भी की जाए.
गौरतलब है कि कोरोनावायरस लॉकडाउन (Coronavirus lockdown) के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी शहर से गांव की ओर लौट रहे लोगों की मदद के लिए सरकार से आग्रह किया था. प्रियंका गांधी वीडियो संदेश के साथ किए अपने ट्वीट में लिखा- "दिल्ली के बॉर्डर पर त्रासद स्थिति पैदा हो चुकी है. हजारों की संख्या में लोग पैदल अपने घरों की तरफ निकल पड़े हैं. कोई साधन नहीं, भोजन नहीं. कोरोना का आतंक, बेरोजगारी और भूख का भय इनके पैरों को घर गाँव की ओर धकेल रहा है. मैं सरकार से प्रार्थना करती हूँ कृपया इनकी मदद कीजिए."
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने भी ट्वीट कर सरकार से गरीब और अमीर के बीच भेदभाव नहीं करने की बात कहीं थी. कन्हैया ने अपने ट्वीट में लिखा था, "मज़दूर ग़रीब हैं, मुजरिम नहीं. महामारी की चपेट में अमीर-ग़रीब दोनों आ रहे हैं, जब बीमारी भेदभाव नहीं कर रही तो इसके बचाव में भी भेदभाव नहीं होना चाहिए.सबकी जान की कीमत बराबर है, चाहे अमीर हो या ग़रीब"
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