विदेश में फंसे भारतीयों को 'वंदे भारत मिशन' के तहत केरल लेकर पहुंची पहली फ्लाइट

कोरोनावायरस (Coronavirus) की वजह से देश में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का अभियान शुरू किया जा चुका है.

नई दिल्ली:

कोरोनावायरस (Coronavirus) की वजह से देश में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का अभियान शुरू किया जा चुका है. सरकार ने इसे 'वंदे भारत मिशन' नाम दिया है. 'वंदे भारत मिशन' के तहत अबू धाबी और दुबई से 363 भारतीय आज वापस स्वदेश लाए गए. दोनों विशेष उड़ानें गुरुवार रात केरल में लैंड हुईं. 

भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस का पहला विमान गुरुवार को अबू धाबी से केरल के कोच्चि पहुंचा. विमान ने अबू धाबी से कोच्चि के लिए शाम 5:07 बजे (स्थानीय समयानुसार) उड़ान भरी. वहीं, दूसरी फ्लाइट दुबई से शाम 5:46 बजे (स्थानीय समय) कोझिकोड के लिए रवाना हुई थी.एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि चार नवजात शिशुओं और 177 यात्रियों को लेकर पहला विमान रात 10 बजकर नौ मिनट पर कोच्चि के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. केरल सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि वापस लौटे नागरिकों को उनके संबंधित जिलों में प्रशासन द्वारा तैयार क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जाएगा.

उधर, मालदीव में फंसे भारतीयों (Stranded Indians) को लाने के लिये नौसेना का युद्धपोत आईएनएस जलाश्व (INS Jalashwa) माले पहुंच गया है., वहीं दूसरा युद्धपोत आईएनएस मगर भी माले के रास्ते मे है. आईएनएस जलाश्व के शुक्रवार शाम तक करीब 750 लोगो को लेकर कोच्चि के लिए रवाना होने की उम्‍मीद है. इसके बाद आईएनएस मगर करीब 250 लोगों को लेकर देश लौटेगा. सोशल डिस्टेंसिग और मेडिकल सुविधा की वजह से पहली खेप में नौसेना केवल 1000 लोगो को माले से लेकर आएगी. वैसे मालदीव में करीब 3500 भारतीय लोग फंसे हुए हैं.

बता दें कि बीते मंगलवार को कोरोना वायरस की महामारी के कारण अन्य देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की थी. इसके तहत विदेशों में फंसे 14,800 लोगों को वापस लाने के लिए आने वाले सप्ताह तक कम से कम 64 फ्लाइ‍ट्स संचालित की जाएंगी. विशेष उड़ानें अमेरिका, कुवैत, फिलीपींस, बांग्लादेश, ब्रिटेन, सऊदी अरब, मलेशिया और संयुक्‍त अरब अमीरात (यूएई) को भेजी जाएंगी. इनमें से अधिकांश उड़ानें एयर इंडिया द्वारा संचालित की जाएंगी. लोगों को वापस लाने के दौरान सोशल डिस्‍टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन किया जाएगा और इन विशेष फ्लाइट्स में 200 से 300 यात्रियों को ही बैठने की इजाजत दी जाएगी.

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मालूम हो कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते भारत ने मार्च के अंत में बाहर से आने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. देश में इस समय लॉकडाउन जारी है. कोरोना वायरस के दुनियाभर में प्रकोप के चलते बड़ी संख्‍या में भारत के कामगार और छात्र विदेशों में फंसे हुए है.