आरपीएफ दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर मजदूर और गरीब तबके के लोगों को खिलाएंगे खाना
नई दिल्ली: दिल्ली में लॉकडाउन के चलते सभी ट्रेनें और रेलवे स्टेशन बंद हैं. इस वजह से स्टेशन के आसपास रहने वाले मजदूर तपबे के लोगों के पास न तो काम हैं और ना ही पैसा. अब रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स यानी आरपीएफ ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आया है. दिल्ली के चार-पांच मुख्य स्टेशनों जैसे हजरत निज़ामुद्दीन, नई दिल्ली, आनंद विहार, पुरानी दिल्ली और शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन के बाहर आरपीएफ हर रोज लोगों को खाना खिलाएगी. खाना खिलाते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है.
आरपीएफ का कहना है खाने में न्यूट्रिशन और मेन्यू का भी ध्यान रखा जा रहा है. नई दिल्ली स्टेशन से हमारे संवाददाता मुकेश सिंह सेंगर ने आरपीएफ के डीसीपी हरीश सिंह पपोला से बात की. उन्होंने कहा, ''लॉकडाउन की वजह से घऱ नहीं जा पाने वाले लोग, दिहाड़ी मजदूर या स्टेशन के पास गरीब लोगों को रोजाना 2000 लोगों को खाना खिलाने का टारगेट हैं. रोजाना अलग-अलग तरह का खाना दिया जाएगा. जिसमें उनकी न्यूट्रिशियन वैल्यू का ध्यान दिया जाएगा. हजरत निज़ामुद्दीन, नई दिल्ली, आनंद विहार, पुरानी दिल्ली और शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर यह सुविधा उपलब्ध होगी.''
वहीं, बहुत सारे लोग पुलिस के पास सिफारिशें कर रहे हैं कि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है. चारबाग रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर लोगों की कतार लगी है. ये वो लोग हैं जो रोजाना कमाने खाने वाले थे और जिनका रोजगार बंद हो गया है. इनमें कोई फकीर है, जिसे अब कोई भीख देने वाला नहीं. कोई रिक्शा वाला है, जिसके रिक्शे पर बैठने को अब कोई सवारी नहीं है. कुछ मजदूर भी हैं, जिनके पास कोई मजदूरी नहीं.
पुलिस ने अब इन्हें दोनों वक्त खाना खिलाने की जिम्मेदारी ले ली है. इनकी खिदमत में ढेरों पुलिस लगी हुई है. लखनऊ ईस्ट के एसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया, 'यह 21 दिन तक रहेगा. इनका पहले हैंड सैनिटाइजर कराया गया है. दूरियां बना दी गई हैं, ताकि सुरक्षित रहें. साथ ही इनलोगों को एक-एक पानी की बोतल और एक-एक साबुन भी दिया गया है ताकि ये जब भी खाना खाएं पहले अपना हाथ धोएं. ये व्यवस्था 21 दिनों तक रहेगी.