Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) है. यह लॉकडाउन वैसे को इस समय 3 मई तक का है लेकिन पंजाब ने राज्य में केसों की संख्या में हाल में हुई वृद्धि के चलते लॉकडाउनको दो सप्ताह बढ़ाने का फैसला किया है. पंजाब में कर्फ्यू की समयावधि भी बढ़ा दी गई है इस कारण आम लोगों के साथ उन लोगों को भी परेशानी हो रही है जो सुबह-शाम सैर करने या जिम में एक्सरसाइज करने जाते थे. इन लोगों को घर मे ही एक्सरसाइज ओर सैर करवाने का प्रयास पठानकोट के एक प्रोफेसर जीएस राठौर कर रहे हैं. वे सुबह-शाम अपने घर की छत पर स्पीकर लगाकर ओर हाथ मे माइक पकड़कर योगा क्लास हैं ताकि लोग लॉकडाउन का पालन करते हुए भी सेहतमंद रह सकें.
इस बारे में बात करते हुए प्रोफेसर राठौर ने बताया, 'मैं पिछले एक महीने से कर रहा हूं. चूंकि लॉकडाउन के कारण लोग घरों में खाली बैठे हैं, ऐसे में सेहत को ध्यान में रखते हुए ही मैंने ये पहले अकेले शुरू किया, बाद में आस-पड़ोस के लोग भी साथ में जुड़ने लगे. इससे मुझे भी एनर्जी मिलती है.' उन्होंने कहा कि ये लॉकडाउन की पालन करने का एक अच्छा तरीका है जिससे आप घर में रहकर अपनी सेहत का भी ध्यान रख सकते हैं.
प्रो. राठौर के साथ एक्सरसाइज करने वाले लोगों ने भी इसे अच्छा अनुभव बताया. उन्होंने कहा 'हमें बहुत अच्छा लग रहा है. दरअसल हम सुबह या शाम को सैर करने जाते थे या फिर एक्सरसाइज करने जिम जाते थे. लॉकडाउन के कारण हम ऐसा नहीं कर पा रहे थे, ऐसे में प्रोफेसर साहिब के साथ योगा करके हमें अच्छा लग रहा है. जैसे ही समय होता है हम अपनी-अपनी छतों पर प्रोफेसर साहब के साथ योगा करने के लिए आ जाते है..
VIDEO: रैपिड टेस्टिंग किट चीन को वापस करेगा भारत
दुनिया में
67,69,38,430मामले
62,55,71,965सक्रिय
4,44,81,893ठीक हुए
68,84,572मौत
कोरोनावायरस अब तक 200 देशों में फैल चुका है. January 9, 2024 10:54 am बजे तक दुनियाभर में कुल 67,69,38,430 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 68,84,572 की मौत हो चुकी है. 62,55,71,965 मरीज़ों का उपचार जारी है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. .
भारत में
4,50,19,214 475मामले
3,919 -83सक्रिय
4,44,81,893 552ठीक हुए
5,33,402 6मौत
भारत में, 4,50,19,214 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 5,33,402 मौत शामिल हैं. January 9, 2024 8:00 am बजे तक भारत में सक्रिय मामलों की संख्या 3,919 है और 4,44,81,893 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
राज्यवार व जिलावार विवरण