देश में कोराना केसों में नहीं आ रही कमी, क्‍वारंटाइन लोगों को 'बड़ा आंकड़ा' भी बढ़ा रहा सरकार की चिंता..

केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जो राज्‍य, कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के मामले में सकारात्मक रुझान दिखा रहे हैं वे हैं दिल्ली, केरल, राजस्थान और मध्य प्रदेश.

देश में कोराना केसों में नहीं आ रही कमी, क्‍वारंटाइन लोगों को 'बड़ा आंकड़ा' भी बढ़ा रहा सरकार की चिंता..

देश में कोरोना केसों की संख्‍या 9 लाख के पार पहुंच गई है (प्रतीकात्‍मक फोटो)

नई दिल्ली:

Coronavirus Pandemic: भारत में आने वाले दिनों में कोविड-19 मामलों में कमी आने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. देश में अब तक कोरोना के 9 लाख से अधिक मामले (Corona cases in india) सामने आ चुके हैं, केंद्र के सामने एक बड़ी चिंता क्‍वारंटाइन किए गए लोगों को लेकर है. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 31.58 लाख लोग विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में क्‍वारंटाइन (Quarantine) हैं. इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला कोविड-19 (Covid-19) महामारी के प्रबंधन और राज्य सरकारों के साथ समन्वय पर स्थायी समिति की ब्रीफिंग करेंगे. सरकार की एक वरिष्ठ कार्यकारिणी ने NDTV को बताया, "यह स्थायी समिति की पहली बैठक है जिसमें मंत्रालय चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने, आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने, लोगों और सामानों की अंतर-राज्य आवाजाही और सामानों की स्थिति के बारे में समिति के सदस्यों को सूचित करेगा."

पिछली बार यह बैठक 3 जून को होने वाली थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते सदस्य नहीं पहुंच सके. इस स्थायी समिति में 31 सदस्य हैं और इसके प्रमुख कांग्रेस नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) हैं. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) के आंकड़ों के अनुसार जो राज्‍य, कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के मामले में सकारात्मक रुझान दिखा रहे हैं वे हैं दिल्ली, केरल, राजस्थान और मध्य प्रदेश. जिन राज्‍यों में कोरोना संक्रमण को लेकर चिंताजनक स्थिति है, उनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक शामिल है. महाराष्ट्र सूची में 2.60 लाख पॉजिटिव मामलों के साथ सबसे ऊपर है, इसके बाद तमिलनाडु में 1.42 लाख कोरोना सकारात्मक मामले हैं. दूसरी ओर क्‍वारंटाइन के मामले में आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश तो महाराष्ट्र से आगे है. यूपी में 11 लाख से अधिक लोग और महाराष्ट्र में 7.27 लाख लोग क्‍वारंटाइन में हैं. तमिलनाडु में यह क्‍वारंटाइन संख्‍या 4.10 लाख और गुजरात में 3.52 लाख है.

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स्थायी समिति पैनल (Standing Committee Panel) केंद्र द्वारा शुरू किए गए कदमों पर ध्यान केंद्रित करने जा रहा है ताकि सुचारू रूप से अनलॉक किया जा सके. एक अधिकारी बताते हैं, "पॉजिटिव केसों और क्‍वारंटाइन मामले में संख्या बढ़ सकती है लेकिन तथ्य यह है कि 86 प्रतिशत केस 10 राज्यों से है." उनके अनुसार, आज के समय 20 से अधिक राज्यों में भी पूरे देश की तुलना में बेहतर वसूली दर है. भारत में रिकवरी दर 63 प्रतिशत है लेकिन दिल्ली में यह 80 प्रतिशत और गुजरात में 70 प्रतिशत है. मंत्रालय ने एनसीआर क्षेत्र में महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी है.एक अधिकारी ने बताया, 'दिल्ली में हालात अब बेहतर हो रहे हैं, लेकिन राजधानी से सटे शहर अभी भी मामलों में तेजी दिखा रहे हैं.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पिछली समीक्षा बैठक में एनसीआर क्षेत्र में वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए MHA की ओर से किए गए प्रयासों को सराहा था और अन्‍य राज्‍यों को भी इस मॉडल को अपनाने का सुझाव दिया था. इससे पहले 3 जुलाई को विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर स्थायी समिति की बैठक हुई थी जिसमें केंद्र ने बताया था कि टीका विकसित होने में एक साल लग सकता है.