कोरोना वैक्सीन Covaxin के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू, AMU वाइस चांसलर बने पहले वॉलेंटियर

यूनिवर्सिटी प्रवक्ता ने कहा है कि वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षणों से गुजरने वाले स्वयंसेवकों को आईसीएमआर के दिशा-निर्देश के अनुसार यात्रा व्यय और अन्य लाभ प्राप्त होंगे.

कोरोना वैक्सीन Covaxin के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू, AMU वाइस चांसलर बने पहले वॉलेंटियर

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने नंगलवार को पहले वॉलेंटियर के तौर पर अपना नाम रजिस्टर्ड करवाया है.

अलीगढ़:

Coronavirus Vaccine Latest Updates: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से फार्मास्युटिकल फर्म भारत बायोटक (Bharat Biotech) द्वारा विकसित किए जा रहे कोरोनावायरस वैक्सीन 'कोवैक्सीन' (Covaxin)के तीसरे चरण का चिकित्सीय परीक्षण शुरू हो गया है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के वाइस चांसलर ने नंगलवार को पहले वॉलेंटियर के तौर पर अपना नाम रजिस्टर्ड करवाया है. यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल लेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में यह चिकित्सीय परीक्षण होना है. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक़ मनसूर ने अन्य लोगों को भी ट्रायल में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया है.

प्रोफेसर मनसूर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है और लोगों से सहभागिता बढ़ाने की अपील की है. उन्होंने लिखा है, "COVID19 वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए मैंने स्वेच्छा से रजिस्ट्रेशन कराया है. एएमयू ने कोवैक्सीन के प्रभाव का मूल्यांकन और अध्ययन करने के उद्देश्य से आईसीएमआर और भारत बायोटेक के साथ समझौता किया है. मैं हर किसी से अपील करता हूं कि वे इस परीक्षण के लिए स्वयंसेवक के तौर पर रजिस्टर करें और बेहतर इलाज और उपचार का विकल्प विकसित करने के लिए इस भव्य अनुसंधान में भाग लें, "

यूनिवर्सिटी प्रवक्ता ने कहा है कि वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षणों से गुजरने वाले स्वयंसेवकों को आईसीएमआर के दिशा-निर्देश के अनुसार यात्रा व्यय और अन्य लाभ प्राप्त होंगे.

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बता दें कि देशभर में कोवैक्सीन के फेज 3 का ट्रायल कुल 26,000 प्रतिभागियों के साथ पूरे 25 केंद्रों पर होगा. भारत के ड्रग कंट्रोलर, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कोवैक्सीन के पहले और दूसरे चरण की सफलता के बाद तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति दी है. देशभर के 12 अस्पतालों में करीब 800 प्रतिभागियों पर पहले और दूसरे चरण में परीक्षण किए गए हैं. इनमें दिल्ली, हैदराबाद और लखनऊ के अस्पताल भी शामिल हैं.