बेलगाम भ्रष्टाचार : करीब 45 फीसदी लोगों को काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ी

हाल ही में कराए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण में 45 फीसदी लोगों ने बीते एक वर्ष में काम कराने के लिए रिश्वत देने की बात स्वीकार की

बेलगाम भ्रष्टाचार : करीब 45 फीसदी लोगों को काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ी

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने कराया ऑनलाइन सर्वेक्षण
  • देश के 11 राज्यों के 34,696 लोगों को शामिल किया गया
  • 51 प्रतिशत ने कहा भ्रष्टाचार कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया
नई दिल्ली:

पिछले एक साल में करीब 45 प्रतिशत लोगों को अपना काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ी. एक सर्वेक्षण के नतीजों से यह तथ्य सामने आया है.  

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया द्वारा किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण के मुताबिक लगभग 45 फीसदी उत्तरदाताओं ने स्वीकार किया कि अपना काम पूरा कराने के लिए पिछले 12 महीनों में उन्होंने कम से कम एक बार रिश्वत का भुगतान किया है. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने यह सर्वेक्षण सोशल नेटवर्क लोकल सर्कल के सहयोग से किया. ऑनलाइन सर्वेक्षण में देश के 11 राज्यों के 34,696 भागीदारों को शामिल किया गया था. उनसे 'पिछले 12 महीनों में भ्रष्टाचार के स्तर में बदलाव' के बारे में क्या समझ रखते हैं, इसकी जानकारी ली गई. जिनमें से 11 राज्यों के 12,964 (37 प्रतिशत उत्तरदाताओं) ने माना कि इस अवधि के दौरान भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है.

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सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 15,622 लोगों (लगभग 45 प्रतिशत) का मानना था कि यह स्थिर बना रहा. सर्वेक्षण में लगभग 4,873 लोगों (लगभग 14 प्रतिशत) ने कहा कि इस अवधि में भ्रष्टाचार कम हो गया है, जबकि सर्वेक्षण में शामिल 1,235 (चार प्रतिशत) ने जवाब दिया कि वे संभावित रूप से नहीं कह सकते हैं कि भ्रष्टाचार के स्तर में वृद्धि/कमी हुई है.

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सर्वेक्षण के मुताबिक, दो अलग-अलग समानांतर सर्वेक्षणों में, 51 प्रतिशत भागीदारों ने जवाब दिया कि उनके राज्य ने पिछले वर्ष में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जबकि 45 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने पिछले 12 महीनों में अपना काम पूरा कराने के लिए कम से कम एक बार रिश्वत का भुगतान किया है.
(इनपुट आईएएनएस से)


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